हर घर में शतरंज खेली जाए : महेश शर्मा, अजित फाउण्डेशन जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता का आगाज

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर।  अजित फाउण्डेशन जिला स्तरीय स्कूली शतरंज प्रतियोगिता का उद्घाटन पूर्व न्यायाधीश एवं अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत महेश शर्मा तथा सुप्रसिद्ध शतरंज प्रशिक्षक शंकरलाल हर्ष के कर कमलो द्वारा किया गया।
उद्घाटन अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष्यता करते हुए महेश शर्मा, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत, बीकानेर ने कहा कि वर्तमान में किशोरों एवं युवाओं में डिप्रेशन एवं अपराध प्रवृति बढ रही है इसको रोकने का कारगर उपाय शतरंज खेल है। उन्होंने कहा कि युवाओं में बढ़ती नशे की लत को कम करने हेतु उनको शतरंज से जोड़ा जाना चाहिए, श्री शर्मा ने बताया कि जिसको शतरंज खेलने का नषा हो जाता है वह फिर कोई दूसरा नषा नहीं करता है। शतरंज खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक घर में शतरंज खेली जानी चाहिए क्योंकि शतरंज हमें जीवन जीने की कला सिखाती है।


कार्यक्रम के संयोजक एवं अन्तर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक शंकरलाल हर्ष ने इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए कहा कि शतरंज से हम खेल के साथ जीवन में भी सफल होने का तरीका सीखते है। वर्तमान समय में भागदौड़ के जीवन में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद के लिए भी समय निकालना चाहिए ताकि मानसिक एवं शारीरिक विकास हो सके।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता गिरिराज मोहता ने कहा कि शतरंज को केवल खेल ही नहीं बल्कि जीवन का सर्वांगीण विकास करने वाला खेल बताया। उन्होंने कहा कि शतरंज पूर्ण अनुशासन का खेल है जिसमें बुद्धि को प्ररखा जाता है। शतरंज हमें जीवन में आने वाली मुश्किलों को लड़ने हेतु तैयार करता है।

सुप्रसिद्ध शतरंज प्रषिक्षक अनिल बोड़ा ने कहा कि शतरंज का सीधा संबंध बच्चे के सर्वांगीण विकास से होता है एवं इसके माध्यम से गणना की प्रवृति भी बढ़ती है। श्री बोड़ा ने इस अवसर पर बच्चों को शतरंज की बारिकियांें के बारे में बताते हुए खेल को लिखना एवं समझने के बारे में बताया।
अजित फाउण्डेशन के समन्वयक संजय श्रीमाली ने अजित फाउण्डेशन की गतिविधियों पर प्रकाष डालते हुए कहा कि गत 20 वर्षों से संस्था द्वारा स्कूली शतरंज प्रतियोगिता का नियमित आयोजित किया जा रहा है। श्रीमाली ने बताया कि इस प्रकार की प्रतियागिता से आज शहर में शतरंज का माहौल बना है।
अजित फाउण्डेशन शतरंज प्रतियागिता में दो श्रेणी में प्रतियोगिता आयोजित की गईं। बालक वर्ग में 35 टीमों के 105 खिलाड़ी, बालिका वर्ग में 10 टीमों के 30 खिलाड़ी ने हिस्सा लिया। आज बालक वर्ग में 2 राउण्ड एवं बालिका वर्ग में 1 राउण्ड खेले गये।
प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक भानू आचार्य, वी.एन. जोशी, करनाणी जी, कपिल पंवार, रहे। कल प्रतियोगिता के अन्य राउण्ड खेले जाएगें।
प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह 30 दिसम्बर 2023 को सायं 5 बजे अजित फाउण्डेशन सभागार में आयोजित होगा। इस अवसर पर प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों के साथ-साथ जितने भी प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया उन सब को सांतवना पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।