राष्ट्रीय बालिका दिवस : बालिकाएं हैं मार्ग समृद्धि का, इस सत्य को पहचानो : आशा पारीक

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर.राष्ट्रीय बालिका दिवस वह खास दिन है, जो लड़कियों के अधिकारों और सम्मान के लिए हमारे कर्तव्यों कि याद दिलाता है। इस दिन हम संकल्पित होकर एक ऐसे बेहतर भविष्य की नींव रख सकते हैं, जिसमें सभी लड़कियों को समान अधिकार और अवसर प्रदान हों। यह कहना है बेटी बचाओ, बेटी पढाओ की बीकानेर शहर संयोजक आशा पारीक का।

आशा पारीक आज राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दक्षिण विस्तार, पवनपुरी में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। अपने संबोधन में उन्होंने बेटी बचाओ, बेटी पढाओ के आदर्श को रेखांकित करते हुए कहा कि –

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, इस नारे को दिल में ठानो । बालिकाएं हैं मार्ग समृद्धि का, इस सत्य को पहचानो ॥

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आज बेटी बचाओ, बेटी बढाओ कि संयोजक आशा पारीक ने अपनी टीम के सदस्यों के साथ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दक्षिण विस्तार, पवनपुरी में उपस्थित बालिकाओं को शिक्षण सामग्री जैसे नोटबुक, पेंसिल आदि वितरण किया। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि किसी भी बालिका को अपनी शिक्षा प्राप्त करने में कोई परेशानी ना हो इसके लिए समाज के सभी वर्गों को बढ़-चढ़ कर इनकी सहायता करनी चाहिए।

इस अवसर पर उन्होंने शाला प्रधान को आश्वस्त किया कि किसी भी जरुरत मंद बालिका की शिक्षा कम से कम पैसों के लिए नहीं रुकेगी ये हमारा वादा है। शाला प्रधान और स्टाफ द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढाओ टीम का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर आशा पारीक, मधु शर्मा, सरला राजपुरोहित एवं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की टीम उपस्थित रही।

बता दें कि 24 जनवरी को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 2008 में की गई, जिसका उद्देश्य बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और उनके सशक्तिकरण व मानवाधिकारों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करना है। बालिकाओं के सामने आने वाली असमानताओं को उजागर करने और उनके अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के महत्व सहित जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाने लगा।