गिरीश कर्नाड के ऐतिहासिक नाटक ‘हयवदन’ और ‘नागमंडल’ के साथ विजयदान देथा की कहानियो का भी होगा नाट्य मंचन

इस साल का निर्मोही नाट्य सम्मान प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी सौरभ श्रीवास्तव को

13 मार्च 2024, बीकानेर। बीकानेर में दिनांक 18 से 22 मार्च 2024 तक आयोजित होने जा रहें बीकानेर थिएटर फेस्टिवल में इस साल देश के प्रख्यात रंगकर्मी गिरीश कर्नाड़ के मशहूर नाटक ‘हयवदन’ और ‘नागमण्डल’ का भी मंचन किया जाएगा। समारोह के हंसराज डागा ने बताया कि उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला के सहयोग से चंडीगढ़ के नाट्य दल के द्वारा गिरीश कर्नाड़ के प्रसिद्ध नाटक ‘नागमण्डल’ का मंचन सरवल अली और अमित सनोरिया के निर्देशन में किया जाएगा वही पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर द्वारा अक्षय सिँह ठाकुर के निर्देशन में नाटक ‘हयवदन’ का मंचन किया जाएगा। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली में प्रोफ़ेसर और रंगकर्मी अजय कुमार द्वारा विजयदान देथा की कहानी की ‘बड़ा भांड तो बड़ा भांड’ के रूप में संगीतमय नाट्य प्रस्तुति दी जायेगी। पिछले पच्चीस साल से अजय कुमार इस नाटक का देश-विदेश में हजारों मंचन कर चुके है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली के रंगमंडल के चार नाटको के साथ यह नाटक भी मंचित किया जाएगा। अजय कुमार बी.वी. कारंत, बंसी कौल, राम गोपाल बजाज, अनुराधा कपूर, रॉबिन दास, त्रिपुराई शर्मा, नसीरुद्दीन शाह, भास्कर चंदावरकर, संजय उपाध्याय, रॉयस्टेन एबेल, जॉन रसेल ब्राउन और सिसली बेरी जैसे कलाकारों के साथ काम कर चुके है। उन्होंने डैश आर्ट ग्रुप, यूके, एक्ट प्रोडक्शन, यूके, सीएपीए, यूएसए के साथ भी काम किया है और अपने प्रदर्शन के लिए पूरी दुनिया की यात्रा की है।
वह बतौर संगीत निर्देशक 50 से अधिक नाटकों से जुड़े रहे हैं। वर्तमान में अजय कुमार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के संकाय में वाइस एंड स्पीच एवं थियेटर म्यूजिक के एसोसिएट प्रोफेसर हैं।

इस साल का निर्मोही नाट्य सम्मान प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी सौरभ श्रीवास्तव को होगा अर्पित

समारोह के सुरेन्द्र धारणीया ने बताया कि रंगकर्मी निर्मोही व्यास कि स्मृति में हर साल दिया जाने वाला ‘निर्मोही नाट्य सम्मान’ इस वर्ष प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी और डीजी (पुलिस महानिदेशक) के पद से रिटायर सौरभ श्रीवास्तव को अर्पित किया जाएगा।

सौरभ श्रीवास्तव (1963, वाराणसी) ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इतिहास ,अंग्रेज़ी साहित्य और संस्कृत साहित्य का अध्ययन किया । वहीं वर्ष 1980 से रंगमंच से जुड़े और आज भी रंगकर्म से वही गहरा लगाव मौजूद है। नाट्य निर्देशक और अभिनेता के रूप में दो दर्जन से अधिक नाटकों के सैकड़ों शो कर चुके हैं और सम्प्रति मुम्बई और जयपुर में “गंधर्व थियेटर” नामक रंगदल का संचालन कर रहे हैं। नियमित निरंतरता के साथ नाटकों के मंचन एवम्  विश्व की अन्य भाषाओं के क्लासिक नाटकों के हिन्दी रूपान्तर कर रहे सौरभ श्रीवास्तव इससे पूर्व नोएल कावर्ड के “ब्लाइद स्पिरिट” , ऑस्कर वाइल्ड के “दि इम्पॉर्टेन्स ऑफ़ बीइंग अर्नेस्ट” , टेनेसी विलियम्स के “द ग्लास मेनाजरी” , पैट्रिक हैमिल्टन के “गैसलाइट” , मीरो गावरान के  दो नाटकों “द डॉल”  व “डेथ ऑफ़ ऐन ऐक्टर” तथा कृष्ण बलदेव वैद के उपन्यास “एक नौकरानी की डायरी” के हिन्दी नाट्य रूपान्तर भी कर चुके हैं। सम्मान स्वरूप स्मृति चिन्ह, शॉल के साथ 21000 रूपये की राशि प्रदान की जायेगी।

समारोह के टी एम लालाणी ने बताया कि फेस्टिवल में 17 मार्च से नाट्य दलों का बीकानेर आना शुरू हो जाएगा। नाट्य दलों को बीकानेर के वैभव, कला-संस्कृति और खान-पान से परिचय कराया जाएगा। समारोह में शामिल होने के लिए लगभग तीन सौ रंगकर्मी, रंग-समीक्षक और कलानुरागी बीकानेर आएंगे।