बीकानेर वासियों के सहयोग से शहर को देंगे नया स्वरूप: विधायक व्यास
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। लक्ष्मीनाथ मंदिर स्थित गढ़ गणेश मंदिर की पूजा-अर्चना के साथ बीकानेर स्थापना दिवस के अवसर पर शहर के सर्वांगीण विकास के संकल्प के साथ ‘मेरी मातृभूमि-मेरी जिम्मेदारी अभियान’ की विधिवत शुरुआत हुई। शहर के प्रमुख उद्योगपतियों और मौजीज लोगों ने बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास की पहल पर चलाए जाने वाले इस अभियान के ‘लोगो’ का विमोचन किया और शहर को आगे बढ़ाने में यथा सामर्थ्य सहयोग का संकल्प लिया।
आखा बीज के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक व्यास ने कहा कि राव बीकाजी ने नगर स्थापना के साथ ही गढ़ गणेश की पूजा की। इसके 536 वर्षों बाद शहरवासियों ने आज ही के दिन शहर के विकास का बीड़ा उठाया है। जिसे प्रत्येक शहर वासी के छोटे बड़े सहयोग के साथ पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर के उद्योगपति और यहां के प्रवासी बंधु शहर के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे हैं। आने वाले समय में भी इनके सहयोग से शहर का चरणबद्ध और सुनियोजित तरीके से विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान आने वाले समय के बीकानेर को नया और समृद्ध स्वरूप प्रदान करेगा।
पचीसिया, चूरा और श्रीमाली को दी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
विधायक व्यास ने बताया कि जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारका प्रसाद पचीसिया स्थानीय भामाशाहों और प्रवासी बीकानेरियों से सम्पर्क समिति के संयोजक होंगे। समाजसेवी राजेश चूरा को कार्य चिन्हीकरण समिति का संयोजक बनाया गया। चूरा द्वारा भामाशाहों के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों का चिन्हीकरण किया जाएगा। वहीं सभी समितियों और अभियान के समन्वयक डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली को बनाया गया। विधायक ने कहा कि अभियान को आमजन के सहयोग से चलाया जाएगा।
इससे पहले उन्होंने भगवान गणेश की पूजा की और प्रसाद वितरित किया। विधायक सहित अन्य अतिथियों ने ‘लोगो’ का विमोचन किया। दोनों कमेटियों के संयोजकों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. चंद्र शेखर श्रीमाली ने किया।
चार दिवसीय समारोह की दी जानकारी
इस अवसर पर विधायक ने चार दिवसीय नगर स्थापना दिवस समारोह की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान पहले दिन चंदा महोत्सव, दूसरे दिन विराट कवि सम्मेलन और तीसरे दिन दीपदान का कार्यक्रम हुआ। उन्होंने कहा कि आगामी वर्षों में इसे और अधिक भव्य तरीके से मनाया जाएगा।
इस दौरान तोलाराम पेडीवाल, वीरेंद्र किराडू, दीपक पारीक, श्याम सुंदर सोनी, नरेश मित्तल, कन्हैया लाल भाटी, जेपी व्यास, राजकुमार किराडू, पार्षद किशोर आचार्य, अनिल आचार्य, मुरली व्यास, जितेंद्र आचार्य आदि मौजूद रहे।