पात्र महिला निर्माण श्रमिकों को मिले प्रसूति सहायता योजना का लाभ : जिला कलक्टर की अध्यक्षता में साप्ताहिक समीक्षा बैठक आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। खबर हमारी विश्वास आपका।जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि निर्माण श्रमिक प्रसूति सहायता योजना के तहत वंचित पात्र महिला श्रमिकों को लाभ देने के उद्देश्य से श्रम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें।
जिला कलेक्टर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी महिला श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण करवाया जाए, जिससे उन्हें श्रमिक कल्याण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि मनरेगा सहित अन्य कार्य स्थलों पर महिला श्रमिकों को इन योजनाओं की जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि टूलकिट सहायता योजना के वंचित लाभार्थियों को इसका लाभ मिल सके, इसके मद्देनजर जिला परिषद द्वारा वंचित मनरेगा श्रमिकों की सूची श्रम विभाग को उपलब्ध करवाई जाएं।
जिला कलेक्टर ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्र में आवश्यकता अनुसार फॉगिंग करवाना सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। पीबीएम परिसर में सर्विलांस सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरा लगाने के कार्यों की प्रगति जानी।
जिला कलेक्टर ने वन विभाग द्वारा लगाए गए लगभग 12 लाख पौधों की जियो टैगिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पात्र महिला सफाई कार्यकारियों को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ मिल सके इसके मद्देनजर नगर निगम द्वारा महिला सफाई कार्यकारियों को इस योजना की जानकारी दी जाए। उन्होंने संपर्क पोर्टल के विभिन्न स्तर पर विभागवार लंबित परिवेदनाओं को प्राथमिकता से निस्तारत करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहनलाल, नगर निगम आयुक्त अशोक असीजा, यूआईटी सचिव सुभाष चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता, संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इस माह आयोजित होंगी पोषण जागरूकता की सघन गतिविधियां
महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुभाष बिश्नोई ने बताया कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य, पौष्टिक आहार, पोषण एवं स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से सितंबर माह में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इस माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा और इस दौरान एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी-पढ़ाई भी, बेहतर प्रशासन, पारदर्शिता और कुशल सेवा वितरण के लिए प्रौद्योगिकी, समग्र पोषण के थीम पर गतिविधियां आयोजित की जाएगी।