सुशीला कंवर के औचक निरीक्षण सेे उजागर हुई रैन बसेरों के संचालन की अनियमितताएँ: जांच एवं कार्यवाही के दिए निर्देश

विनयएक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। बीकानेर नगर निगर निगम द्वारा दिनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित रैन बसेरों का जब महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने औचक निरीक्षण किया तब आश्रय स्थलों के संचलान में बडी खामियां एवं अनियमितताएँ सामने आयी। वर्तमान में योजना के अंतर्गत चार आश्रय स्थल जिसमें फायर स्टेशन परिसर प्राइवेट बस स्टैंड परिसर सेटेलाइट हॉस्पिटल परिसर एवं रेलवे स्टेशन के पास मटका गली में संचालित हो रहे। महापौर जब एक के बाद एक चारों आश्रय स्थल पहुंची तब निरीक्षण के उन्हें भारी अनियमितताएं देखने को मिली।

नगर निगम द्वारा सभी आश्रय स्थलों पर सुचारू व्यवस्था हेतु प्रति आश्रय स्थल एक प्रबंधक 3 केयर गिवर्स (8-8 घंटों के हिसाब से) तथा एक सिक्योरिटी गार्ड निगम स्तर पर अनुबंधित संस्था के माध्यम से नियुक्त किए गए हैं। निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका में अनियमितताएं मिली। मौजूदा स्टाफ अनुबंध की शर्तों के अनुसार नहीं था तथा कुछ जगह अनुपस्थित भी था। आश्रय स्थलों में सफाई को लेकर एवं व्यवस्थाओं को लेकर महापौर खासा नाराज नजर आई। महापौर के पूछने पर मौजूदा स्टाफ संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। निगम द्वारा हर आश्रय स्थल पर कुल 7 पंजीकाएं उपलब्ध करवाई गई है लेकिन निरीक्षण के दौरान किसी भी आश्रय स्थल पर यह 7 पांजिकाएं नहीं मिली।
महापौर ने बताया कि आश्रय स्थलों में चल रही अनियमितताओं के बारे में कई शिकायतें प्राप्त हुई तथा पिछले दिनों जिला विधिक प्राधिकरण की औचक निरीक्षण के दौरान भी कुछ कमियां पाई गई। जिसको देखते हुए आज नगर निगम आयुक्त पंकज जी शर्मा के साथ सभी आश्रय स्थलों का औचक निरीक्षण किया गया। आश्रय स्थलों में जिस संस्था के माध्यम से स्टाफ की नियुक्ति की गई है उन्होंने अनुबंध की शर्तों को पूरा नहीं किया है अनुबंध की शर्तों के अनुसार प्रबंधक कम से कम ग्रेजुएट होना चाहिए लेकिन दो आश्रय स्थलों के प्रबंधक दसवीं पास भी नहीं मिले तथा केयरटेकर भी तय शैक्षणिक योग्यता के नहीं थे। प्राइवेट बस स्टैंड परिसर आश्रय स्थल में महिला कक्ष में काफी गंदगी मिली । उपस्थिति पंजिका में भी काफी गड़बड़ मिली है ।
मेयर ने दिये कड़ी कार्यवाही के निर्देश

महापौर- सुशीला कंवर राजपुरोहित

बीकानेर नगर निगम की मेयर सुशीला कंवर ने उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारीयों को दिए। औचक निरीक्षण के दौरान महापौर ने आश्रय स्थलों में रह रहे लोगों से भी बात कि एवं उनके हालचाल जाने, गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा अनुबंधित संस्था जिसके द्वारा स्टाफ नियुक्त किया गया है , उन्हें करीब डेढ़ लाख रुपए प्रतिमाह भुगतान किया जाता है । ऐसे में इतनी अनियमितताओं के बावजूद संस्था को हो रहा भुगतान भी जांच का विषय है।

निरीक्षण के दौरान आयुक्त पंकज शर्मा , डे- एन यू एल एम योजना प्रबंधक नीलू भाटी मौजूद रहे।

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