विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में लम्पी बीमारी की प्रभावी रोकथाम एवं नियंत्रण के सम्बंध में किये जा रहे उपायों की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलक्टर रंजन ने आयुर्वेद एवं होम्योपैथिक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे लम्पी स्किन डिजीज के संक्रमण की रोकथाम के लिए निर्धारित दवाआंे की किट तैयार करें जिससे संक्रमित पशुओं के उपचार हेतु पशुपालन विभाग के माध्यम से वितरण कराया जा सके। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे लम्पी स्किन डिजीज की रोकथाम के लिए एक जिले से दूसरे जिले में गौवंश के होने वाले आवागमन को रोकने हेतु उपखण्ड स्तरीय पुलिस अधिकारियों के समन्वय से पुलिस चैक पोस्ट स्थापित करें जिससे गौवंश के अनावश्यक आवागमन के कारण लम्पी संक्रमण के खतरे के बढ़ने से रोका जा सके। उन्होंने नगर निगम, नगरपालिका एवं ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लम्पी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आईसोलेशन वार्ड तैयार करायें जिससे संक्रमित पशुओं की पहचान कर आईसोलेट किया जा सके साथ ही संक्रमण से होने वाली गौवंश की मृत देह का वैज्ञानिक विधि से तत्काल निस्तारित कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि वे लम्पी संक्रमण से ग्रसित अपने गौवंश को स्वस्थ पशुओं से दूरी बनाये रखने हेतु एक निर्धारित स्थान पर आईसोलेट करें जिससे स्वस्थ पशुओं में संक्रमण न फैल सके। उन्हांेने ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे लम्पी संक्रमण से ग्रसित गौवंश को आवागमन हेतु वाहन व्यवस्था एवं संक्रमित गौवंश के मृत देहके निस्तारण के लिए गड्ढे खुदाई की व्यवस्था ग्राम पंचायत स्तर से कराया जाना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन सुरेश कुमार यादव, पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी सहित आयुर्वेद विभाग के संयुक्त निदेशक, उप निदेशक एवं होम्योपैथी के प्रभारी अधिकारी मौजूद रहे।