लंपी स्किन रोग की जानी स्थिति, ग्रामीणों की सुनी समस्याएं, मनरेगा के कार्यों का किया निरीक्षण
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल रविवार को पूगल, खाजूवाला, बज्जू और श्रीकोलायत क्षेत्र के सघन दौरे पर रहे। उन्होंने एक दर्जन स्थानों पर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और पशुओं के लंपी स्किन रोग की स्थिति की समीक्षा की। पशुपालकों से संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर फीडबैक लिया।
जिला कलेक्टर ने जालवाली और पूगल में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और इन्हें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में बताया। पहलवान का बेरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों की ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताओं की तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तरीय मुकाबलों की तरह ब्लॉक स्तर पर भी खेलों का भव्य आयोजन हो। यहां ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और ग्रामीणों की मांग पर पूगल क्षेत्र में पशु चिकित्सक यूटीबी आधार पर नियुक्त करने के निर्देश दिए। खाजूवाला में पशु चिकित्सालय का निरीक्षण किया और पशुओं के संक्रामक रोग की दवाइयों की स्थिति जानी। अस्पताल प्रभारी डॉ. हनुमान चौधरी ने अब तक की गतिविधियों का फीडबैक दिया। उन्होंने खाजूवाला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन भी किया और निशुल्क दवा एवं जांच की स्थिति जानी। यहां भर्ती मरीजों से बातचीत की और निशुल्क इलाज के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने यहां नया लेबर रूम बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिरंजीवी योजना के मद से निर्धारित नॉर्म्स के अनुसार इसका निर्माण की संभावनाओं पर चर्चा की। सीएचसी प्रभारी डॉ. अमर चंद बुरडक ने अस्पताल की विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में बताया।
सीमांत क्षेत्र में महिलाओं से की मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर चर्चा
जिला कलेक्टर ने खाजूवाला के सीमांत क्षेत्र 40 केवाइडी में ग्रामीण महिलाओं से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। यहां ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और पालनहार योजना के बारे में बताया। साथ ही सहजन फली के पौधे के औषधीय गुणों के बारे में बताया। जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों की मांग पर खाजूवाला सीएचसी में रात के समय महिला चिकित्सक तैनात करने के निर्देश दिए। दंतौर में श्री कृष्ण गोपाल गौशाला का निरीक्षण किया और लंपी स्किन रोग की स्थिति जानी। उन्होंने कहा कि संक्रमित गौवंश को आइसोलेट रखें। जिला कलेक्टर ने जग्गासर और गोकुल में जनसुनवाई की। गोकुल में पशुओं के लंपी स्किन रोग के निदान के लिए भामाशाहों द्वारा उपलब्ध करवाई गई दवाईयां पशु चिकित्सालय प्रभारी को सौंपी। गोकुल और छीला कश्मीर में खेल मैदान बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने यहां पौधारोपण भी किया तथा ग्राम पंचायत द्वारा पशुओं के सींग पर रेडियम स्टीकर लगाने के अभियान की शुरुआत की। उन्होंने 40 केवाईडी, पहलवान का बेरा और गोकुल में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने आवासों का अवलोकन भी किया।
जिला कलेक्टर ने गोडू में मनरेगा के तहत विकसित खेल मैदान, बज्जू के मोडायत में नवनिर्मित ग्राम पंचायत भवन का अवलोकन किया। गोडू में जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गोपालक नया गौवंश लेना चाहते हैं, तो उनको विभिन्न बैंकों से ऋण दिलवाने में मदद की जाएगी।
जिला कलेक्टर ने बज्जू के कृषि मंडी परिसर में आयोजित जनसभा में लंपी स्किन रोग से बचाव के लिए जिले में की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए पूर्ण जागरूकता रखने का आह्वान किया और कहा कि किसी भी स्थिति में पानी नहीं ठहरे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बज्जू की केशव गौशाला और बज्जू तेजपुरा के मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का अवलोकन किया। यहां महिलाओं से संवाद करते हुए पोषण के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया।
कलाल ने बीठनोक में मनरेगा और वन विभाग के सहयोग से रोड के दोनों साइड पांच पांच किलोमीटर क्षेत्र में प्लांटेशन कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने पौधों की नियमित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि इससे क्षेत्र को हराभरा बनाने में बड़ा सहयोग मिलेगा। बीठनोक के राजीव गांधी सेवा केंद्र में ग्रामीणों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में बताया। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया, जिनके समाधान के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोहम्मद अबरार पंवार, आरसीएचओ डॉ. राजेश गुप्ता, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. वीरेंद्र नेत्रा और मनरेगा के अधिशाषी अभियंता धीर सिंह गोदारा मौजूद रहे।
दूसरी बार निकले मैराथन दौरे पर
लंपी स्किन रोग और उपचार की स्थिति जानने जिला कलेक्टर ने दूसरी बार सघन दौरा किया। कुछ दिनों पूर्व उन्होंने पूगल, छत्तरगढ़, खाजूवाला, महाजन और लूणकरणसर क्षेत्र में गौशालाओं का सघन निरीक्षण किया और गोपालकों से चर्चा की। इसी प्रकार रविवार को भी सीमांत क्षेत्र के गांवों में हालातों का जायजा लिया। दोनों दौरे मिलाकर उन्होंने जिले के लगभग एक हजार किलोमीटर क्षेत्र में हालातों की समीक्षा की।