चिकित्सा अधिकारियों को दिया मौसमी बीमारियों के नियंत्रण व राष्ट्रीय कार्यक्रमों का प्रशिक्षण
विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। ब्लॉक नोखा और खाजूवाला में बुजुर्गों के स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित सेवाओं को नए आयाम दिए जाएंगे। उनकी स्क्रीनिंग, जांच, दवाओं, रिहैबिलिटेशन की व्यवस्था में बेहतर क्रियान्वयन देखा जाएगा। बुधवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में दोनों ब्लॉक के ब्लॉक सीएमओ बीपीएम व चिकित्सा अधिकारियों को गहन प्रशिक्षण दिया गया जिसमें मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के अतिरिक्त राष्ट्रीय रेबीज कंट्रोल कार्यक्रम, राष्ट्रीय फ्लोरोसिस नियंत्रण कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम संबंधी प्रशिक्षण भी दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पवार, डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़, जिला समन्वयक एनसीडी इंद्रजीत सिंह ढाका तथा जिला फ्लोरोसिस समन्वयक महेंद्र जायसवाल द्वारा विभिन्न विषय अनुसार विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
बुजुर्गों की देखभाल के लिए पृथक तंत्र विकसित
तीन दिवसीय गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन डॉ अबरार ने बताया कि राष्ट्रीय असंक्रामक रोग (NP-NCD) कार्यक्रम के तहत तीस वर्ष एवं अधिक के आयु के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग, उपचार एवं फॉलो अप के अलावा साठ वर्ष एवं अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए अलग से राष्ट्रीय वृद्धजन स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम (NPHCE) भी संचालित है जिसके अंतर्गत जिले में स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र से लेकर रीजनल जेरियाट्रिक सेंटर तक बुजुर्गों के लिए अलग से जांच, उपचार, रिहैबिलिटेशन और रेफरल सेवाओं का प्रावधान है। स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एनसीडी क्लिनिक के साथ वृद्धजनों हेतु सप्ताह में एक दिन पृथक जेरियाट्रिक क्लिनिक संचालित है। सीएचसी जहां पर एनसीडी कार्मिक कार्यरत है, प्रतिदिन एनसीडी/जेरियाट्रिक क्लिनिक में बुजुर्ग मरीजों के लिए बीपी, शुगर, कॉमन कैंसर एवं अन्य असंक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, परामर्श,उपचार, रिहैबिलिटेशन, रेफरल आदि की प्रथक व्यवस्थाएं हैं। जिला अस्पताल में दस बेड का जेरियाट्रिक वार्ड और रीजनल जेरियाट्रिक सेंटर में तीस बेड के जेरियाट्रिक वार्ड के साथ वरिष्ठ चिकित्सकों की सेवाएं, हर प्रकार की जांच, उपचार एवं फिजियोथेरेपी सेवाएं उपलब्ध हैं। अति गंभीर रोगों के उपचार के लिए राष्ट्रीय जेरियाट्रिक सेंटर में रेफर की सुविधा है। कार्यक्रम की प्रभावी क्रियान्विति के लिए समय समय पर जिला स्तर पर जिला एनसीडी समन्वयक इंद्रजीत सिंह और जिला नोडल अधिकारी डॉ संजय खत्री, जिला अस्पताल द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। डॉ अबरार ने बताया कि कार्यालय के अधीन संस्थाओं में पिछले वित्त वर्ष में लगभग लगभग 73,906 बुजुर्ग ओपीडी सेवाओं, 1,396 बुजुर्ग आईपीडी सेवाओं, 12,296 बुजुर्ग रिहैबिलिटेशन सेवाओं एवं 274 बेडरिडन बुजुर्ग होम बेस्ड सर्विस से लाभान्वित किए गए हैं।