वंशावली संरक्षण और संवर्धन अकादमी के अध्यक्ष श्री रामसिंह राव का भीलवाड़ा दौरा
विनय एक्सप्रेस समाचार, भीलवाड़ा। वंशावली संरक्षण और संवर्धन अकादमी के अध्यक्ष श्री रामसिंह राव रविवार को भीलवाड़ा दौरे पर रहें। अध्यक्ष श्री राव ने सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान वंशावली लेखन के संवर्धन को लेकर किए जा रहे विभिन्न कार्यों के बारे मे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वंश लेखन परंपरा हमारी सभ्यता और संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। वंश लेखकों के पास हमारी विरासत के महत्वपूर्ण भंडार है। वंशावली लेखन की परंपरा भारत में ही है। वंशावलियां हमें अपने गौरवशाली अतीत की जानकारी देती हैं। राज्य सरकार वंश लेखकों के हितों के लिए योजनाएं बना रही हैं।
वंश लेखन परंपरा से जुड़ें युवा पीढ़ी
अकादमी अध्यक्ष श्री रामसिंह राव ने कहा कि वंशावलियों में सिर्फ सत्य लिखा जाता है। वंश लेखक किसी भी प्रलोभन से परे पूरी निष्ठा के साथ लेखन कार्य करते हैं। युवा पीढ़ी वंश लेखन परंपरा से भी जुड़ाव बनाए रखें। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति का जन्म से मृत्यु तक का संपूर्ण लेखा-जोखा रखने वाली वंशावली लेखन की अनोखी परंपरा को उचित संरक्षण एवं प्रोत्साहन की आवश्यकता है। बुजुर्गों के पास यह जो विद्या है, इस ज्ञान को संग्रहित करके युवा तक दे पाए ऐसा प्रयास किया जा रहा है।
ऑनलाइन होंगे वंश लेखक
अकादमी के अध्यक्ष श्री रामसिंह राव ने वंशावली लेखन को डिजिटल बनाने के सवाल पर कहा कि वंशावली लेखन को डिजिटलाइजेशन से जोड़ने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। वंशावली लोगों की रोजी रोटी से जुड़ी हुई है, जिससे इसे ऑनलाइन करने में कुछ समस्याएं है। वंश लेखकों की जानकारी शीघ्र ऑनलाइन होगी। कोई भी व्यक्ति अपने वंश के लेखक संबंधी जानकारी ऑनलाइन देख सकता है, ऐसे प्रयास किए जा रहे है।