मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, संबंधित उपखण्ड अधिकारियों, आरसीएचओ तथा एडीशनल सीएमएचओ ने किया निरीक्षण
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले में बुधवार को कोरोना-19 वैक्सीनेशन का दूसरा ड्राई रन (मॉक ड्रिल) सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। जिले में 11 चिकित्सा संस्थानों में वैक्सीनेशन सेंटर स्थापित कर कुल 220 स्वास्थ्य कार्मिकों के लिये कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन हुआ। कोविड-19 वैक्सीनेशन के बाद लाभार्थियों को आवश्यक कोविड प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी दी गई। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार कोविड-19 वैक्सीनेशन के इस दूसरे ड्राई रन का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, संबंधित ब्लाॅक के उपखण्ड अधिकारी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों ने भी अलग-अलग वैक्सीनेशन सेंटर पर निरीक्षण किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया ने राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में हुए कोविड-19 वैक्सीनेशन के ड्राई रन का निरीक्षण किया। सीएमएचओ डाॅ. महिया ने निरीक्षण के दौरान पूरी प्रक्रिया को समझा और कोविड-19 वैक्सीनेशन गतिविधियों पर संतोष जताया व आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि कोविड-19 के ड्राई रन में लाभार्थी के लिए प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष व निगरानी कक्ष का मॉडल तैयार कर कोविड-19 वैक्सीन लगाने की रिहर्सल की गई। इस दौरान लाभार्थी के पहचान दस्तावेजों का वैक्सीनेशन आॅफिसर द्वारा सत्यापन कर प्रवेश दिया गया। मोबाइल में कोविन साॅफ्टवेयर पर लाभार्थी को प्रमाणित कर वैक्सीनेशन के लिए टीकाकरण कक्ष में भेजा गया, जहां वैक्सीनेटर ऑफिसर द्वारा टीकाकरण की प्रक्रिया (डेमो) को पूर्ण किया गया और कोविन सॉफ्टवेयर में लाभार्थी के टीके लगाये जाने की एन्ट्री की गई। उन्होंने बताया कि लाभार्थी को 30 मिनिट के लिए निगरानी कक्ष में वैक्सीनेशन आॅफिसर के द्वारा निगरानी में रखा गया। इस ड्राई रन की प्रक्रिया के दौरान एक लाभार्थी को टीका लगाने में लगने वाले समय एवं कोविन सॉफ्टवेयर में एन्ट्री करने में लगे समय का आकलन व साॅफ्टवेयर के संचालन की प्रक्रिया को जांचा गया। डाॅ. महिया ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन ड्राई रन के दौरान पूरी सावधानी और वैज्ञानिक प्रोटोकॉल की पालना के साथ टीकाकरण प्रबंधन किया गया।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुश्ताक अहमद ने बताया कि जिले के प्रत्येक ब्लाॅक में एक-एक राजकीय चिकित्सा संस्थान में बुधवार को कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया। प्रत्येक वैक्सीनेशन पर 20 स्वास्थ्य कार्मिकों ने ड्राई रन में भाग लिया। आरसीएचओ डाॅ. मुश्ताक ने जायल तथा डेगाना के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विकसित किए गए कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर पर हुए ड्राई रन का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शीशराम चैधरी ने लाडनूं व डीडवाना के राजकीय चिकित्सालय में विकसित किए गए कोविड-19 वैक्सीनेषन सेंटर पर हुए ड्राई रन का निरीक्षण किया। विष्व स्वास्थ्य संगठन के स्थानीय समन्वयक डाॅ. अनिरूद्ध तिवाड़ी ने डीडवाना के राजकीय बांगड़ अस्पताल में आयोजित हुए कोरोना के ड्राईरन का निरीक्षण किया। जिला मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य भवन से ड्राई रन की गतिविधियों की माॅनिटरिंग व रिपोर्टिंग एनएचएम के डीपीएम राजीव सोनी, डीएनओ भवानीसिंह हापावत व एपीडेमोलाॅजिस्ट साकिर खान व एनयूएचएम के डीपीएम डॉक्टर चंद्र सिंह शेखावत ने की। वहीं नागौर ब्लाॅक के श्रीबालाजी स्थित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन का खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. महेन्द्रसिंह मीणा व बीपीएम प्रेम प्रकाश ने निरीक्षण किया । इसके अतिरिक्त ब्लाॅक स्तर पर सभी खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने अपने क्षेत्र के संबंधित चिकित्सा संस्थान में आयोजित हुए कोविड-19 वैक्सीनशन ड्राई रन में आवश्यक मार्गदर्शन दिया।