सबसे कठिन माने जाने वाले नागौर सर्किल में सबसे अधिक 101.79 प्रतिशत राजस्व वसूली

अजमेर डिस्कॉम ने लगभग 101 प्रतिशत राजस्व वसूली कर रचा कीर्तिमान : विद्युत छीजत को भी 10.40 प्रतिशत पर किया सीमित

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। अजमेर विद्युत वितरण निगम ने राजस्व वसूली और विद्युत छीजत में कमी कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। निगम ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में लगभग 101 प्रतिशत राजस्व वसूली की है।अजमेर डिस्कॉम ने प्रबन्ध निदेशक निर्वाण के नेतृत्व में जबरदस्त कार्य करते हुए अपने सबसे कठिन माने जाने वाले सर्किल से 101.79 प्रतिशत की रिकॉर्ड राजस्व वसूली की है। निगम की बिजली छीजत भी पिछले साल की अपेक्षा 1.17 प्रतिशत घटकर 10.40 प्रतिशत रह गई है।

प्रबंध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने डिस्कॉम के हजारों कर्मचारियों को इसका श्रेय दिया है।‌‌ प्रबंध निदेशक श्री एन.एस. निर्वाण ने बताया कि नागौर से सबसे अधिक राजस्व वसूली करना वास्तव में ऐतिहासिक है। नागौर वृत्त का इस साल का कुल राजस्व 2549.08 करोड रुपए था, लगन से कार्य करते हुये 2594.74 करोड़ की वसूली कर कीर्तिमाऩ स्थापित किया हैं। नागौर वृत्त ने 101.8 प्रतिशत राजस्व वसूली की है जोकि अजमेर डिस्कॉम में सर्वाधिक है। नागौर वित्तीय वर्ष खत्म होने के 5 दिन पूर्व ही 100% राजस्व वसूली कर चुका था। मुख्य अभियंता श्री एम सी बाल्दी भी वसूली में पिछड़े हुए उपखण्डों की निरंतर समीक्षा करते रहे। अधीक्षण अभियन्ता श्री एफ आर मीणा द्वारा भी ऐसे उपखण्ड पर विशेष ध्यान दिया गया जो राजस्व वसूली में हरवर्ष पिछडे हुए रहते थे, विगत 4 माह से लगातार राजस्व वसूली के हर संभव प्रयास किए गए एवं सरकार द्वारा दी गई एमनेस्टी छूट योजना एवं वीसीआर छूट योजना की जानकारी सभी तक पहुंचा कर पुराने बकायात की भी वसूली की गई जिसके कारण इस वर्ष लगभग 45 करोड़ अधिक की वसूली की है। निगम ने इस वर्ष राजस्व वसूली के साथ-साथ विद्युत छीजत भी 2.5 प्रतिशत कम की हैं इसकी सराहना भी प्रबंधक निदेशक द्वारा की गई।
प्रबंध निदेशक श्री एन.एस. निर्वाण ने बताया कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने लगातार कड़ी मेहनत कर इस उपलब्धि को हासिल किया है। तय किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति इस बात का परिणाम है कि अगर टीमवर्क के साथ योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। अजमेर डिस्कॉम की टीम ने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वर्ष भर छुट्टी के दिन भी लगातार बिजली चोरी के विरुद्ध तथा राजस्व वसूली के लिए अभियान चलाएं है। डिस्कॉम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने घर-घर जाकर उपभोक्ताओं को बिजली का बिल भरने के लिए प्रेरित किया है। इसी का परिणाम है कि अजमेर डिस्कॉम ने इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर लगभग 101 प्रतिशत राजस्व की वसूली तथा 1.17 प्रतिशत से विद्युत छीजत में कमी की उपलब्धि हासिल की है।
इस मौके पर निर्वाण ने डिस्कॉमकर्मियो को संबोधित करते हुए कहा कि अजमेर डिस्कॉम ने जो लक्ष्य वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए तय किये थे उन्हें डिस्कॉम ने आप सभी की मेहनत, अथक प्रयासों से प्राप्त कर लिए है। इस लक्ष्य की प्राप्ति आप सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सम्मलित प्रयासों के बगैर संभव नहीं थी। उन्होंने कहा कि आप सभी की कठिन मेहनत की बदौलत हमने ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। हमारे सभी 12वृत्तों ने 100 प्रतिशत से अधिक राजस्व वसूली कर अजमेर डिस्कॉम को गौरवान्वित पल दिया है।
प्रबंध निदेशक निर्वाण ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो गया है। सभी एसई को निर्देश दिये गए हैं कि डिस्कॉम का पीडीसी टारगेट 100 करोड़ है और अप्रैल माह से ही रेवन्यू 98% से अधिक व पीडीसी के 25% की रिकवरी लानी होगी, इसलिए हमें फिर से उसी उत्साह और लगन के साथ नए माइलस्टोन्स/ उपलब्धियों को हासिल करने के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम कर्तव्य के तहत हमारे उपभोक्ताओं की समस्याओं को तुरन्त प्रभाव से निस्तारित करना एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करना हमारा ध्येय है। इसके साथ यह भी ध्यान देने योग्य है कि तकनीकी हानियों को कम करने और राजस्व वृद्धि के संबंध में विशेष रूप से पीडीसी उपभोक्ताओं से जुड़े काम और सभी लंबित कृषि, औद्योगिक,घरेलु एवं अघरेलू कनेक्शनों को जारी करने व ख़राब मीटर बदलने की दिशा में अभी भी काफी कार्य किया जाना बाकी हैं। इसलिए, इस वित्तीय वर्ष में हमारे नए लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हम सभी को पुनः जोर शोर से कार्य करना अपेक्षित है।

इस सर्किल से हुई इतनी रिकवरी
अजमेर सिटी सर्किल से 100.01 प्रतिशत
अजमेर जिला वृत्त से 100.08 प्रतिशत
भीलवाड़ा वृत्त से 100.46 प्रतिशत
नागौर वृत्त से 101.79 प्रतिशत
उदयपुर वृत्त से 100.67 प्रतिशत
राजसमंद वृत्त से 100.24 प्रतिशत
चित्तौड़गढ़ वृत्त से 100.24 प्रतिशत
प्रतापगढ़ वृत्त से 100.83 प्रतिशत
बांसवाड़ा वृत्त से 100.92 प्रतिशत
डूंगरपुर वृत से 101 प्रतिशत
झुंझुनूं वृत्त से 101.03 प्रतिशत
सीकर वृत्त से 100.51 प्रतिशत