प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद, सभी बेहतरीन कार्य कर रहे- जिला कलक्टर : श्रीमती रूक्मणि रियार ने किया आरडी 629, सतीपुरा पुलिया का निरीक्षण, कार्य कि गति तेज करने के दिए निर्देश

आईजीएनपी में 2 हजार क्यूसेक से अधिक पानी हो रहा डायवर्ट, 10 हजार क्यूसेक तक क्षमता

विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। जिला कलेक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार ने मंगलवार को एसपी श्री सुधीर चौधरी के साथ टिब्बी स्थित आरडी 629 का निरीक्षण किया । इस दौरान जिला कलक्टर संतुष्ट नजर आई, उन्होंने सभी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए । आईजीएनपी में किए जा रहे पानी डायवर्जन के सिलसिले में एसडीएम स्वाति गुप्ता, एसडीएम श्री सत्यनारायण सुथार सहित सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बातचीत कि। जिला कलक्टर ने कार्य की गति को तेज करने के निर्देश दिए ।
मंगलवार शाम को जिला कलक्टर सतीपुरा बाईपास पुलिया पर  पानी तथा तटबंधों की स्थिति का जायजा लेने पहुंची। इस दौरान सिंचाई विभाग के एसई श्री शिव चरण, एसडीएम डॉ. अवि गर्ग उनके साथ रहे । जिला कलक्टर एक किलोमीटर से भी अधिक दूरी तक स्वयं पैदल चलते हुए तटबंधों कि मजबूती, पानी की आवक का निरीक्षण किया और कई जगह और अधिक मात्रा में  सैंड बैग लगाने के निर्देश दिए ।
निरीक्षण दौरान जिला कलक्टर ने बताया कि सतीपुरा में नाली बैल्ट में 5 हजार क्यूसेक पानी चल रहा है और पीछे से लगातार पानी बढ़ रहा है । अभी जिले में 17 हजार से अधिक पानी आ रहा है और 20 हजार क्यूसेक से अधिक पानी आने पर हम रेड अलर्ट जोन में आ जाते है। 2 हजार क्यूसेक से अधिक पानी आईजीएनपी में डायवर्ट कर पा रहे हैं, जो हमारे लिए अच्छी बात है । जिससे जीडीसी व नाली बेल्ट पर दबाव बनना शुरू नहीं हुआ है । हमारा प्रयास यही रहेगा कि अगले 24 घंटे में अधिकतम पानी आईजीएनपी में डाइवर्ट कर पाए ताकि घग्घर नदी बहाव क्षेत्र के निचले गांवों व शहरी इलाकों पर दबाव ना आए। श्रीमती रुक्मणि रियार ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है, हम कार्य कर रहे है। आप पैनिक ना करें, जो भी जरूरी जानकारी होगी, समय समय पर अपडेट दी जाएगी ।
घग्घर में पानी की मात्रा
मंगलवार को ओटू हैड पर 31,275 क्यूसेक, घग्घर साइफन में 15,601 क्यूसेक, आरडी 629 से आईजीएनपी में 2,330 क्यूसेक सहित राजस्थान में 17,931 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा है । जो कि फिलहाल घग्घर नाली बैड आरडी 24 में 5000 क्यूसेक, जीडीसी आरडी 42 में 10601 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा है ।
डाइवर्जन का प्लान
1995 में आई बाढ़ को देखते हुए एहतियातन के तौर पर जब घग्घर में पानी की आवक बढ़े तो उसे आईजीएनपी में डायवर्ट किया जा सके, इसलिए टिब्बी के आरडी 629 में 20 वर्ष पहले 10 गेटों के डाइवर्जन चैनल को बनाया गया था। जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार कि दूरदर्शिता के परिणाम स्वरूप इतिहास में पहली बार आईजीएनपी में पानी हेतु डाइवर्जन चैनल के अभी गेट खोल दिए गए है । फिलहाल आईजीएनपी में 2330 क्यूसेक पानी डायवर्ट हो रहा है, जिसकी क्षमता 10 हजार क्यूसेक तक पानी डायवर्ट करने की है । जिससे नाली बैड और जीडीसी पर पानी का दबाव कम हो रहा है। इसके अतिरिक्त नाली बैड कि परखी हुई क्षमता 5500 क्यूसेक है ।
राहत केंद्र सुचारू रूप से हो रहे संचालित
जिले में कुल 55 राहत केंद्रों को चिह्नित किया गया है जिसमें अति संवेदनशील क्षेत्र के लिए 33 राहत केंद्रों में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है। टिब्बी-पन्नीवाली पीरकामडिया, शेरेका कमरानी गांव की विस्थापित करने योग्य 3800 आबादी के लिए 14 राहत केंद्र बनाए गए हैं वहीं हनुमानगढ़ के अमरपुरा थेडी, मक्कासर, करनीसर, सहजीपुरा, बहलोलनगर, 7 एसएनम, 3 एसएनएम गांव की विस्थापित करने योग्य 3250 आबादी के लिए 12 राहत केंद्र बनाए गए हैं।
पीलीबंगा के 23 एसटीजी. 26एसटीजी, 29 एसटीजी चक/ गांव की विस्थापित करने योग्य 2700 आबादी के लिए 7 राहत केंद्र बनाए गए हैं। राहत केंद्रों में भोजन, आवास, पानी, साफ-सफाई और शौचालय आदि व्यवस्था हेतु विभिन्न प्रभारी लगाए गए हैं। चिकित्सा विभाग की टीमों द्वारा शिविरों में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है ।
जिला कलक्टर ने कि अपील
जिला कलक्टर ने अपील कि है की प्रशासन और इंजीनियरों द्वारा दी जा रही जानकारी पर भरोसा रखे। पैनिक ना हो, बल्कि सतर्क रहें। घग्घर नदी बहाव क्षेत्र के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में निवास करने वाले आमजन सुरक्षित स्थानों पर अथवा प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत केंद्रों में प्रस्थान करें। पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भिजवा दें। पशु चरवाहे नाली क्षेत्र से दूर रहे। आम नागरिक नदी बहाव क्षेत्र से दूर रहे, नालों एवं जलभराव वाले क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से नहीं जाए । तेज बहाव में वाहन न उतारे, पानी निकलने वाली रपट से नहीं गुजरे।
तेज बहाव के समय आसपास के बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने की संभावना रहती है, अतः सावधानी रखे। बैटरी से संचालित मोबाईल, इन्वर्टर इत्यादि उपकरणों को फुल चार्ज रखें। आपातकालीन स्थितियों के लिए एक थैली, सूखे कपडे, दवाइयों की किट, टॉर्च, मोबाइल, रस्सी इत्यादि सामान अपने पास रखें। घर में रखे कीमती सामान समय रहते सुरक्षित कर लें।
कंट्रोल रूम / आपातकालीन नंबर
बाढ नियंत्रण कक्ष 01552-260793, 01552-244288 , जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष 01552-260299, ड्रेनेज खण्ड में स्थापित नियंत्रण कक्ष 01552-260079, पीलीबंगा नियंत्रण कक्ष 01508233313, टिब्बी नियंत्रण कक्ष 01539-234123