जंक्शन बाईपास पर स्थित सावित्री बाई फुले छात्रावास में हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर शिक्षा पुरस्कार योजना अंतर्गत तीन छात्र-छात्राओं को 51-51 हजार रुपए के पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित
विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। जिले भर में गुरूवार को अंबेडकर जयंती समरसता दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर जिला मुख्यालय और सभी ब्लॉक मुख्यालय पर शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निर्देशानुसार कार्यक्रमों का आयोजन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम जंक्शन बाइपास स्थित सावित्री बाई फुले छात्रावास में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल, विशिष्ठ अतिथि नगर परिषद चेयरमैन श्री गणेश राज बंसल और जिला अहिंसा बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री तरुण विजय थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि समाज में समरसता को बनाए रखने में युवाा पीढ़ी का बड़ा योगदान है। युवा पीढ़ी के बल पर ही हम विदेशों में चेलेंज कर पा रहे हैं कि हमारा टेलेंट कम नहीं है। शिक्षा के बल पर हम वह अचीव कर सकते हैं जो हमने मन में ठाना है। श्री डिडेल ने कहा कि बाबा साहेब ने जब भारत का संविधान लिखना शुरू किया तो उनके मन में खुद का संघर्ष याद था लिहाजा उन्होने ऐसा संविधान लिखा जिसमें जाति, धर्म, लिंग के आधार पर भेदभाव न हो और देश को एक कड़ी में बांधे रखे। हमारे देश के संविधान को कई अन्य देशों ने भी अपनाया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर परिषद चेयरमैन श्री गणेशराज बंसल ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके बताए गए मार्ग पर चलते हुए युवा पीढ़ी अच्छी शिक्षा ग्रहण करे और अपने परिवार, समाज, जिले व देश का नाम रोशन करे।
जिला अहिंसा बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री तरूण विजय ने कहा कि बाबा साहेब की जयंती पर उन्हीं सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम सब बाबा साहेब की जीवनी को पढ़ें और उसे अपने जीवन में उतारें। बाबा साहेब ना केवल दलित वर्ग के बल्कि सभी जाति धर्म के लिए नेता थे। उन्होने भारत का ऐसा संविधान बनाया जिसका पूरा विश्व सम्मान करता है। आज हम जो स्वतंत्रता का आंनद ले रहे हैं उसमें बहुत बड़ा योगदान बाबा साहेब का है। श्री तरूण विजय ने शांति एवं अहिंसा निदेशालय के गठन और इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर मुख्यमंत्री जी का आभार जताया। वहीं जिले में बेहतरीन कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जिला कलेक्टर का आभार जताया।एडीएम श्रीमती प्रतिभा देवठिया ने कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं को पढ़ने, मताधिकार और उनके अन्य अधिकारों के लिए जागरूक किया। आज अगर हम उनके जीवन से प्रेरण लेकर आगे बढ़े तो हम जिंदगी के अच्छे मुकाम पर पहुंच जाएंगे।
कार्यक्रम मेें छात्रावास की बालिका अंजलि द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर के जीवन, सुमन ने महिला शिक्षा में योगदान और ममता ने सामाजिक समरसता में डॉ अंबेडकर का योगदान विषय पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। इससे पहले कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र के आगे द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। छात्रावास प्रशासन ने आए हुए अतिथियों का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मंच संचालन नवज्योति विकलांग संस्थान के श्री भीष्म कौशिक ने किया।
भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर शिक्षा पुरस्कार योजना अंतर्गत इन्हें किया सम्मानित
कार्यक्रम में अतिथियों ने भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर शिक्षा पुरस्कार योजना अंतर्गत राजस्थान माध्यमिक बोर्ड की कक्षा 10 वीं व 12 वीं परीक्षा -2021 में अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र मोहित बैरवा पुत्र रामसहाय बैरवा (10 वीं में 100 प्रतिशत अंक), करमजीत कौर पुत्री दिलबाग सिंह ( 12 वीं में 100 प्रतिशत अंक) व हर्षप्रीत कौर पुत्री भोलासिंह ( 12 वीं कला वर्ग में 100 प्रतिशत अंक) को 51-51 हजार रूपए की पुरस्कार राशि व मूमेंटों देकर सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में जिला कलेक्टर श्री नथमल डिडेल के अलावा नगर परिषद चेयरमैन श्री गणेशराज बंसल, जिला अहिंसा बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री तरूण विजय, एडीएम श्रीमती प्रतिभा देवठिया, एसडीएम श्री अवि गर्ग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री विक्रम सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक श्री प्रवेश सोलंकी, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री सुरेश बिश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक श्री हंसराज जाजेवाल, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक श्री रामेश्वर लाल, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी श्री अमर सिंह ढाका, सीबीईओ श्री रोहिताश कड़वासरा, स्काउट जिला कमीश्नर श्री मोहनलाल स्वामी, स्काउड गाइड के सीईओ श्री भारत भूषण, छात्रावास अधीक्षक श्रीमती शीलपाल कौर, लेक्चरर श्री हरजिंद्र सिंह, परीविक्षा एवं कारागृह कल्याण अधिकारी सुश्री अंकिता गर्ग के अलावा विभाग के कार्मिक श्री नरेश, श्री विकास कुमार, श्रीमती रेणुबाला समेत सावित्री बाई फुले छात्रावास की सैंकड़ों छात्राएं उपस्थित थी।