विनय एक्सप्रेस समाचार, श्रीगंगानगर। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़े निजी अस्पतालों का सोमवार को औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान इनमें भारी अनियमितताएं मिलीं, जिस पर संबंधित संस्थान पर कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य व चिरंजीवी प्रभारी डॉ. सुनील बिश्रोई किया।
सीएमएचओ डॉ. मनमोहन गुप्ता ने बताया कि राज्यस्तरीय एवं जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी के निर्देशानुसार जिले में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आमजन को लाभान्वित करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन निजी अस्पतालों की शिकायतें मिलती रहती है, जिस कारण सोमवार को सूरतगढ़ के अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान नीलकंठ अस्पताल में हेल्प डेस्क नहीं मिला, प्रचार प्रसार सामग्री पुरानी मिली एवं मेडिकल बायोवेस्ट बिखरा हुआ पाया गया। मरीजों की जांचे अस्पताल से बाहर से करवाई जा रही थी। बैड एवं स्टेंड आदि जंग लगी हालत में मिले, जो गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। पोर्टल पर जिन्हें योजना के लाभार्थी बताया गया वे अस्पताल में भर्ती नहीं मिले। दस्तावेजों में साइन वाले डॉक्टर मौके पर नहीं मिले, जब उनसे सीएमएचओ डॉ. गुप्ता ने टेलीफोनिक वार्ता की तो डॉक्टर ने बताया कि वह दस दिन से अस्पताल ही नहीं आया। यहां अनाधिकृत रूप से नर्सिंग स्टूडेंट्स कार्य करते पाए गए।
नियमानुसार नर्सिंग स्टाफ कम मिला। इसी तरह वसुंधरा अस्पताल में हेल्प डेस्क नियमानुसार सही नहीं मिला। मार्गदर्शक नहीं मिला। नर्सिंग स्टूडेंट्स मरीजों का उपचार करते मिले। मेडिकल बायो वेस्ट निस्तारण सही नहीं पाया गया। वहीं जीडी अस्पताल में भी हेल्प डेस्क नहीं मिला। प्रचार-प्रसार सामग्री नहीं मिली और नियमानुसार नर्सिंग स्टाफ भी नहीं मिला। अपेक्स अस्पताल में एक भर्ती मरीज से जांच के पैसे लिए जाने की पुष्टि हुई। इस तरह की लापरवाहियों के चलते अस्पताल प्रबंधकों को योजना से बाहर करने की चेतावनी देते हुए सुधार के निर्देश दिए गए। वहीं सभी को नोटिस जारी किए जाएंगे।