“शिखर पर्व” का दूसरा दिन : एम एस यूनिवर्सिटी वडोदरा के कलाकारों ने दी शास्त्रीय और उपशास्त्रीय प्रस्तुतियां

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र की उपस्थिति में गुरुवार सायं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर द्वारा आयोजित “शिखर पर्व” के दूसरे दिन राजभवन में गुजरात के एम एस यूनिवर्सिटी वडोदरा के कलाकारों द्वारा शास्त्रीय और उपशास्त्रीय गीत संगीत की मोहक प्रस्तुतियां दी गई ।

सांस्कृतिक संध्या का आरम्भ डॉ . राजेश केलकर और श्री केदार के निर्देशन मे  मां सरस्वती की वंदना ‘नमस्ते शारदे देवी…’ संग कलाकरों की नृत्य प्रस्तुति से हुई। सुगम संगीत की  शृंखला में राम और कृष्ण के मिश्रित गान भजनों  ‘हे दीन दयाल हरे हे कृष्ण गोपाल हरे, राम भजन कर मनवा, श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी भजनों की सुमधुर प्रस्तुतियों से पूरा परिवेश भक्ति रस से सराबोर हो गया । शास्त्रीय प्रस्तुतियों में राग अडाणा में सजी रचना ‘जय जय जय माता भवानी और राग दरबारी में फिल्मी गीत ‘तू प्यार का सागर है’, ‘तोरा  मन दर्पण कहलाए’ और नृत्य प्रस्तुतियां विशेष आकर्षण रही।

सांस्कृतिक संध्या में सूफी गायन के साथ बड़ोदा यूनिवर्सिटी के कलाकारों ने कथक और अन्य शास्त्रीय नृत्यों के मेल की भी भावपूर्ण प्रस्तुतियों दी। बाद में महात्मा गांधी के प्रिय ‘वैष्णव जन तेनो कहिए’ के साथ अन्य भजनों कि सांगीतिक सामूहिक वाद्य प्रस्तुतियां मुग्ध करने वाली थी।

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केंद्र निदेशक श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि पर्व के आखिरी दिन 27 मई को ‘लास्य दक्षिण’ में देश की विख्यात नृत्यांगना जया प्रभा मेनन द्वारा मोहिनीअट्टम की प्रस्तुति दी जाएगी।

राज्यपाल श्री मिश्र, राज्य की प्रथम महिला श्रीमती सत्यवती मिश्र सहित उनके परिजनों, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री सुबीर कुमार, प्रमुख विशेषाधिकारी श्री गोविन्दराम जायसवाल,  उपखंड अधिकारी श्री कनिष्क कटारिया सहित अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन ने शास्त्रीय एवं सुगम गीत-संगीत की सम्मोहक प्रस्तुतियों का आनंद लिया ।