जैतारण, पाली में जोधपुर डिस्कॉम का अधिशाषी अभियन्ता 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की जोधपुर ग्रामीण इकाई द्वारा आज जैतारण, पाली में कार्यवाही करते हुये महेन्द्र कुमार मीणा, अधिशाषी अभियन्ता, वृत-जैतारण, जोधपुर डिस्कॉम, जिला पाली को परिवादी से 25 हजार रुपये रिश्वत राशि लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

File Photo : भगवान लाल सोनी – महानिदेशक : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि ए.सी.बी. की जोधपुर ग्रामीण इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके आवासीय मकान के नये विद्युत कनेक्शन का डिमांड नोटिस जारी करने की एवज में महेन्द्र कुमार मीणा, अधिशाषी अभियन्ता, वृत-जैतारण, जोधपुर डिस्कॉम, जिला पाली द्वारा 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा है।

जिस पर एसीबी की जोधपुर ग्रामीण इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महावीर भोपाल सिंह लखावत के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज पुलिस निरीक्षक अमराराम खोखर एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये महेन्द्र कुमार मीणा, पुत्र पांचूलाल मीणा निवासी सी-17, आकाशनगर, बोरखेड़ा, जिला कोटा हाल अधिशाषी अभियन्ता, वृत-जैतारण, जोधपुर डिस्कॉम, जिला पाली को परिवादी से 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उल्लेखनीय है कि टै्रप कार्यवाही के दौरान आरोपी द्वारा 19 हजार रुपये रिश्वत राशि में से 500 रुपये परिवादी को वापस लौटा दिये थे।

दिनेश एम.एन. : अतिरिक्त महानिदेशक – भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो

एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एम.एन. के निर्देशन में आरोपियों के निवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा।

एसीबी महानिदेशक, भगवान लाल सोनी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं वॉटसएप हैल्पलाईन नं. 94135-02834 पर 24×7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।