राजस्थान फाउंडेशन का कोरोना संकट में अहम योगदान : छात्रों में चिकित्सा क्षेत्र के प्रति जागरूकता बढ़ाने के होंगे प्रयास

विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान फांउडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव ने कहा कि  मुख्यमंत्री  ने विश्व भर में रह रहे राजस्थानियों को एक मंच पर लाने का सपना देखा था वह आज सार्थक हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के संकट की घड़ी में प्रवासियों का प्रदेश के लिए अहम योगदान रहा है।
श्री श्रीवास्तव गुरूवार को राजस्थान फांउडेशन की ओर से यहां योजना भवन में आयोजित ’’लाइफ ऑफ ए डॅाक्टर’’ विषय पर आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्ण एक्सपोजर के बहुत से विद्यार्थी  हर वर्ष मेडिकल केरियर बनाने के लिए नीट परीक्षा की तैयारी और प्रयास करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 9 वीं से 12 वीं कक्षा तक के छात्र जो डॅाक्टर बनने के इच्छुक है उनके लिए जयपुर की 5 सरकारी व 3 निजी स्कूलों  का चयन कर एक अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2021 तक कार्यशाला आयोजित की जायेगी। जिसका उद्देश्य चिकित्सा के क्षेत्र में छात्रों में जागरूकता बढ़ाना और उनके भविष्य की प्रांरम्भिक योजना तैयार करना है।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को डॅाक्टर बनने की जानकारी, व्यवसाय एवं जिम्मेदारियां क्या-क्या है यह उन्हें कार्यशाला के माध्यम से अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के जो डॅाक्टर्स एप्प के माध्यम से जुडे़ हुए उनको भी सुविधाएं मिल रही है।
इस दौरान डॉ.कुसुम नाथावत (यूके) ने कहा कि राजस्थान फांउडेशन के सहयोग से स्कूलों में ’’लाइफ ऑफ ए डॉक्टर’’ विषय पर कार्यशाला व संचालन करने का कार्य कर रही है। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा की तैयारी से लेकर रेजिडेंट डॉक्टर के रूप में दिन प्रतिदिन के काम की अंतदृष्टि तक चिकित्सा पेशे के विभिन्न पहलुओं के बारे में  प्रत्यक्ष  जानकारी हासिल करने में मदद करना है। उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर 2021 को आयोजित होने वाली वर्चुअल कार्यशाला पूरे राजस्थान के छात्रों एवं अन्य इच्छुक व्यक्तियों के लिए भी खुली रहेगी।
डॉ. दीपा (दुबई) ने कहा कि कार्यशाला को राजस्थानी मूल के विश्व स्तर के प्रसिद्ध डॉक्टरों द्वारा समर्थित किया जाएगा। कार्यशाला में छात्रों व उनके माता-पिता तथा संस्थाओं या किसी भी इच्छुक व्यक्ति द्वारा भाग लिया जा सकेगा।