विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। स्वदेशी नस्लों से डेयरी व्यवसाय करने वाले राज्य के प्रगतिशील डेयरी किसान श्री सुरेन्द्र अवाना और सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, आनन्द (गुजरात) की ओर से शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में गाय-भैंसों की प्रमाणित स्वदेशी नस्लों की डेयरी करने वाले किसानों, सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन तथा सहकारी एवं दुग्ध उत्पादक कम्पनियों को केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य और डेयरी मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत यह पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री पुरुषोत्तम रूपाला ने गोपाल रत्न पुरस्कार की 9 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए। श्री रूपाला ने राजस्थान से स्वदेशी नस्लों की डेयरी किसान में प्रथम पुरस्कार के रूप में श्री सुरेन्द्र आवाना को 5 लाख रुपए एवं सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्री राजेश बागड़ा को तृतीय पुरस्कार स्वरूप 2 लाख रुपए देकर सम्मानित किया।
पशुपालन मंत्री श्री लालचन्द कटारिया एवं पशुपालन शासन सचिव डॉ. आरुषी मलिक ने श्री अवाना एवं श्री बागड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मिलना हमारे प्रदेश और विभाग के लिए गर्व की बात है। इससे डेयरी किसानों और पशुपालन विभाग के कार्मिकों को ज्यादा कर्मठता से काम करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।