कृषि मंत्री और कृषि विपणन राज्य मंत्री ने नागपुर में एग्रीकल्चर सम्मिट में भाग लिया

 विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया और कृषि विपणन राज्य मंत्री श्री मुरारीलाल मीना ने महाराष्ट्र के नागपुर में एग्रीकल्चर सम्मिट में भाग लिया। उन्होंने रेशम बाग ग्राउंड में आयोजित ‘एग्रो विजन‘ में प्रदर्शनी का अवलोकन कर खेती, पशुपालन, डेयरी और मछली पालन की आधुनिक तकनीक, कृषि उपकरण, उन्नत नस्ल वाले पशुओं और नवाचारों की जानकारी ली।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मत्स्य पालन कार्यशाला को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री कटारिया ने कहा कि हमारे देश में समुद्री मछली पालन के साथ अंतरू स्थलीय जल मत्स्य पालन (इनलैंड फिशरीज) की भी काफी अच्छी संभावना है। केंद्र और राज्य सरकारों की योजनाओं के माध्यम से किसानों को मछली पालन के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने राजस्थान में मछली पालन की स्थिति को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य में पानी की कमी के बावजूद पिछले सालों में काफी किसान मत्स्य पालन में रुचि दिखा रहे हैं और अच्छा उत्पादन ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवाचारी किसान लवणीय पानी में उच्च गुणवत्ता वाला झींगा पालकर खेती के साथ अतिरिक्त आय का जरिया बना रहे हैं।इस अवसर पर लोहावट (जोधपुर) विधायक श्री किशनाराम विश्नोई, कृषि मंत्री के तकनीकी सलाहकार डॉ. ओमप्रकाश गढ़वाल, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रामावतार शर्मा एवं डॉ. हरजीराम चौधरी, कृषि विपणन विभाग के अधिशासी अभियंता श्री सुरेन्द्र चौधरी एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री सोहनलाल उपस्थित थे।