छात्रों की बोर्डिग, लॅाजिंग और घर तक पहुँचने तक की व्यवस्था की गई नि:शुल्क-उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री
विनय एक्सप्रेस समाचार जयपुर। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शंकुतला रावत ने कहा कि यूक्रेन में लगभग 1008 प्रवासी राजस्थानी नागरिक व छात्र रहते है जिसमे से 207 सकुशल राजस्थान लौट आये है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार शेष छात्र-छात्राओं व प्रवासियों को राजस्थान लाने के लिए हर स्तर पर गंभीर प्रयास कर रही है।
श्रीमती रावत बुधवार को विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पर वक्तव्य दे रही थी। वाणिज्य मंत्री ने सदन को अवगत करवाया कि 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। युद्ध के कारण यूक्रेन में रह रहे राजस्थान के नागरिकों एवं छात्रों के जीवन को खतरा उत्पन्न हो गया है। इन सभी को यूक्रेन से लाया जाना अति आवश्यक है। यूक्रेन के खारकीव, कीव व अन्य स्थानों पर राजस्थान के लगभग 1008 नागरिक एवं छात्र फंसे हुए है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार यूक्रेन में फंसे राजस्थानियों की सुरक्षित वापसी के लिए 22 फरवरी को राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन्हें यूक्रेन में फंसे राजस्थानियों की सुरक्षित वापसी के लिए विदेश मंत्रालय और यूक्रेन में भारत के दूतावास के साथ समन्वय का कार्य दिया गया। साथ ही, मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपने खर्चे पर लौट रहे सभी छात्रों के किराए का राजस्थान सरकार द्वारा भुगतान किया जा रहा है और इनके बोर्डिग, लाजिंग और घर तक पहुँचने तक की व्यवस्था भी निशुल्क करवाई जा रही है।
श्रीमती रावत ने राज्य सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को राजस्थान लाने हेतु लिए गए त्वरित निर्णयों से सदन को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यूक्रेन में फंसे राजस्थानी नागरिकों और छात्रों को वापिस लाने के लिए एक अनुरोध पत्र प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री को दिनांक 28 फरवरी को भेजा गया है। राज्य के मुख्य सचिव व प्रमुख आवासीय आयुक्त भी विदेश मंत्रालय एवं कैबिनेट सचिव से लगातार सम्पर्क में है।