विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान की 15वीं विधान सभा के सप्तम सत्र के 15 वें दिन नागौर विधायक मोहन राम चौधरी ने आज अपने उद्बोधन में प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी समित शर्मा के कार्य की जमकर तारीफ की, चौधरी विधान सभा के दौरान मॉनिटिरिंग विषय पर अपनी बात रख रहे थे इस दौरान उन्होनें विधान सभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए जिक्र किया कि नागौर के कलक्टर रहते हुए समित शर्मा ने जिले के सभी राजकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया इस कारण सरकारी स्कूलों, अस्पतालों सहित सभी सरकारी कर्मचारी समय पर आने लग गए और लेट आने वाले कार्मिकों को निलम्बित करने की कार्यवाही करने से जिले की प्रशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ हुई। चौधरी, समित शर्मा के कार्यशैली की तर्ज पर विधानसभा के कुशल निगरानी व्यवस्था लागू करने की सलाह दे रहे थे।
उल्लेखनीय है कि डॉ. समित शर्मा वर्ष 2004 बैच के प्रशासनिक अधिकारी है और नागौर जिले में इनका बतौर कलक्टर पद पर कार्यकाल दिनांक 15 सितम्बर 2009 से 3 जनवरी 2011 तक रहा। आपको बता दे कि डॉ. समित शर्मा का संवैधानिक प्रावधानों के प्रति आस्था और राजकीय नियमों व सत्य, निष्पक्षता तथा न्याय की अपनी सिद्धान्तिक कार्यशैली से समझौता ना करने की वजह से पिछले 17 सालों में 22 बार स्थानान्तरण हो चुका है। जिस भारतीय प्रशासनिक अधिकारी की कार्यशैली की तर्ज पर विधान सभा में मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू करने की सिफारिश विधायकों द्वारा की जा रही है ऐसे अधिकारियों का 22 बार स्थानान्तरण होना आश्चर्य का विषय है।