श्रीमती शर्मा मंगलवार को यहाँ शासन सचिवालय में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित ई- गर्वनेंस प्रोजेक्ट्स की समीक्षा बैठक कर रही थी। उन्होंने कहा कि राजस्थान आई टी के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रहा है तथा अन्य राज्य भी विभाग के द्वारा बनाए गए विभिन्न ई- गर्वनेंस प्रोजेक्ट्स का अनुसरण कर रहें है। उन्होंने विभाग द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रोजेक्ट्स जैसे- ई- ग्रास, पे मैनेजर, राजस्थान ई- प्रोक्योरमेंट पोर्टल, राज गिरदावरी, आशा सॉफ्ट, शाला दर्पण सहित विभिन्न प्रोजेक्ट्स की तारीफ करते हुए कहा कि इनके क्रियान्वयन से भष्ट्राचार कम हुआ है और पेपरलेस सिस्टम को भी बढ़ावा मिला है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक ई- प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन के लिए मुद्दों पर आधारित माइक्रो मॉनीटरिंग को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि ई- प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन में प्रेक्टिकल पहलूओं की भी लगातार समीक्षा की जाए। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव, आई टी श्री अखिल अरोड़ा ने विस्तार से विभाग द्वारा संचालित विभिन्न आई- टी प्रोजेक्ट्स की प्रगति की जानकारी दी। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
सुशासन एवं पारदर्शिता बढ़ाने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका- मुख्य सचिव उषा शर्मा
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने कहा कि सुशासन एवं पारदर्शिता बढ़ाने में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि विभाग को आई टी के माध्यम से सभी सरकारी सेवाओं तथा जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचानें का प्रयास करना चाहिए जिससे ये सेवाएं त्वरित गति से उनके पास पहुंच सकें।