कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण – ‘विरोधियों’ ने खोला गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा – भाजपा के साथ आरएलपी और आप पार्टी का भी ‘हल्ला बोल’ – गहलोत सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल
विनय एक्सप्रेस समाचार, जयपुर। राजस्थान कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की 14 मई दूसरी पारी के पेपर लीक प्रकरण सामने आने के बाद भाजपा ने एक बार फिर से गहलोत सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने अलग-अलग दी प्रतिक्रिया में एकसुर में कहा, ‘गहलोत सरकार वीक, एक और पेपर लीक’। भाजपा की ही तरह राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और आम आदमी पार्टी सहित अन्य विरोधी दलों ने भी राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया है।
सरकार वीक है, तभी पेपर लीक है: पूनिया
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने जहां पेपर लीक मामले में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रदेश में पेपर सिर्फ और सिर्फ इसलिए लीक हो रहे हैं, क्योंकि यहां की कांग्रेस सरकार वीक है। वो किसी भी भर्ती परीक्षा को पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से करवाने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है।
युवाओं के भविष्य पर चिंतन होता तो अच्छा था: सिंघवी
पूर्व मंत्री व विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने गहलोत सरकार पर कटाक्ष करते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘एक और प्रतियोगी परीक्षा का पर्चा लीक होना, कांग्रेस सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि है। इतनी भीषण गर्मी में युवा बसों की छतों पर बैठकर पेपर देने पहुंचे, सड़कों पर रात बिताई और बदले में युवाओं को मिला एक और धोखा। चिंतन युवाओं के भविष्य के बारे में होता तो ज्यादा अच्छा था।
सरकार की नाकामी या बेबसता?: माथुर
राज्यसभा सांसद ओम माथुर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘पेपर लीक की श्रृंखला अनवरत्व जारी है। तमाम इंतज़ामात और परीक्षार्थियों के हर स्तर पर उत्पीड़न के बाद भी ये तमाशा जारी है। ये प्रशासन की नाकामी है या सरकार की बेबसता?
सरकार की नाकामी, युवाओं को अंधकार में झोंका: गोठवाल
पूर्व विधायक व भाजपा के प्रदेश मंत्री जीतेन्द्र गोठवाल ने कहा, ‘फिर से पेपर लीक ! काश, चिंतन राज्य की समस्याओं पर होता। काश, चिंतन युवाओं के सपनों के टूटने पर होता। गहलोत सरकार इतनी वीक हो गई है कि, हर परीक्षा पेपर लीक हो रहा है। लाखों युवाओं को फिर से इस सरकार की नाकामी ने अंधकार में झोंक दिया।
‘विफलता’ कब तक भुगतेंगे युवा?: भागीरथ नैन
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भागीरथ नैन ने कहा, ‘तपती सड़कों पर रात काटते, बसों के पीछे लटकते, हादसों में जान गंवाते युवाओं ने परीक्षा दी। मगर पेपर लीक ने इनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। आखिर कब तक बेरोजगार इन नेता-ब्यूरोक्रेट्स की विफलता भुगतता रहेगा? इतने संसाधन के बावजूद एक परीक्षा तक ढंग से नहीं करा सकते।’
सत्ता नहीं संभल रही, तो इस्तीफा दें सीएम : विनय मिश्रा
आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा, ‘ये चल क्या रहा है गहलोत सरकार के राजस्थान में? हज़ारों छात्रों के भविष्य के साथ इस तरह का क्रूर मज़ाक़ क्यूँ कर रही है सरकार? कभी रीट का पेपर लीक, और अब कॉन्स्टेबल का पेपर लीक। इतनी गर्मी में खुले आसमान नीचे रात गुज़ार कर छात्रों ने पेपर दिया था, उनके साथ अन्याय हुआ है। मुख्यमंत्री जी, सत्ता नही संभल रही, तो इस्तीफ़ा दीजिये। अपने पुत्र मोह में राजस्थान के लाखों-करोड़ों युवा बेटे-बेटियों के भविष्य का मज़ाक मत उड़ाइये। जिस दिन ये सड़क पर उतर गए, उस दिन आपकी सरकार इतिहास बन कर रह जाएगी। ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी करवाई कीजिये।