जिला कलक्टर प्रतिभा सिंह ने श्री जवाहिर चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण, देखे दवा वितरण केन्द्र

राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से ओपीडी एवं आईपीडी पर्ची की निःशुल्क, किसी भी मरीज से पर्ची के पैसे नहीं लेंउसकी करें नियमित मोनिटरिंग, निःशुल्क उपचार व्यवस्था का मरीजों को पूरा दें लाभयोजना का करें  प्रचार-प्रसार

विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह ने रविवार को श्री जवाहिर चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर दवा वितरण केन्द्रों के साथ ही पर्ची पंजीकरण कक्ष का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से सभी राजकीय अस्पतालों में ओपीडी एवं आईपीडी की पर्ची निःशुल्क कर दी है इसलिए जिला अस्पताल में इसकी पूरी पालना हो एवं किसी भी मरीज से पर्ची के पैसे नहीं लिए जाए।

एक भी मरीज से पर्ची के पैसे नहीं ले

जिला कलक्टर ने इस दौरान पंजीकरण कक्षा एवं दवा वितरण केन्द्र के बाहर खड़ी मरीज श्रीमती इमरती, श्रीमती आरती, श्रीमती सरला निवासी गफुर भटठ्ा से पर्ची के पैसे लेने की जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि एमसीएच युनिट के पंजीकरण कक्ष में बैठे व्यक्ति ने 10 रुपये पर्ची के लिए है। जिला कलक्टर ने इसे गम्भीरता से लिया एवं एमसीएच युनिट जाकर वहां पंजीकरण कक्ष में कार्य कर रहे संविदाकर्मी दिनेश कुमार से पर्ची के पैसे लेने की जानकारी ली तो कुछ हद तक जानकारी सही पाए जाने पर उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे इस संविदाकर्मी को तत्काल ही हटा दे।

मुफ्त ईलाज का पूरा लाभ मिले मरीजों को

उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि सभी पंजीकरण केन्द्रों पर लगे संविदाकर्मी एवं उनके ठेकेदार की बैठक आज ही लेकर सभी को सख्त हिदायत दे कि किसी भी मरीज से ओपीडी एवं आईपीडी की पर्ची का पैसा नहीं लेवे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने मरीज के लिए सभी चिकित्सालयों में ईलाज की मुफ्त व्यवस्था कर दी है तो उसका पूरा लाभ मरीजों को मिलना चाहिए एवं उसे अस्पताल में पर्ची के साथ ही अन्य उपचार के लिए एक भी पैसा नहीं देना पड़े, उसकी गम्भीरता से पालना हो।

1 अप्रैल से राज्य सरकार ने ओपीडी/आईपीडी की पर्ची की निःशुल्क

जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2022 से सभी राजकीय अस्पतालों में ओपीडी एवं आईपीडी की पर्ची मरीजों के लिए निःशुल्क कर दी है। साथ ही सभी मरीजों के राजकीय चिकित्सालयों में निःशुल्क उपचार एवं जांच की व्यवस्था की है। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे इस सम्बन्ध में दवा वितरण केन्द्र के बाहर, पंजीकरण कक्ष के बाहर एवं चिकित्सालय परिसर में निःशुल्क पर्ची एवं उपचार व्यवस्था तथा जांच के सम्बन्ध में मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारें में पोस्टर एवं होर्डिंग लगाने की व्यवस्था करें ताकि सरकार द्वारा जो निःशुल्क व्यवस्था की गई है, उसकी आम मरीज को जानकारी हो। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी दौलतराम चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहु, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी.के. वर्मा भी साथ में थे।

जिला कलक्टर ने आमजन से आह्वान किया है कि राज्य सरकार द्वारा राजकीय अस्पतालों में 1 अप्रैल से निःशुल्क की गई ओपीडी एवं आईपीडी पर्ची के साथ ही निःशुल्क उपचार का पूरा लाभ लें एवं किसी भी सूरत में पर्ची के लिए 10 रुपये नहीं दे।

दवा वितरण केन्द्रों का किया अवलोकन

जिला कलकटर ने जिला अस्पताल में स्वीकृत 10 में से संचालित 7 दवा वितरण केन्द्रों का बारिकी से अवलोकन किया, वहीं वहां कार्यरत ऑपरेटर से भी ऑनलाईन दवा वितरण की प्रविष्टि की भी विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने दवा वितरण केन्द्र के बाहर खड़े मरीजों से भी निःशुल्क मिल रही दवा के बारें में पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्हें निःशुल्क दवा का लाभ मिल रहा है। उन्होंने पंजीकरण कक्ष का भी अवलोकन किया एवं यहां ऑनलाईन की जा रही एन्ट्री की भी रेंडम चैकिंग की तो ज्ञात हुई कि पूरी एन्ट्री ऑनलाईन नहीं की जा रही है। इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर ने पीएमओं को निर्देश दिए कि वे ठेकेदार को पाबंद कर प्रतिदिन पंजीकरण की ऑनलाईन एन्ट्री करवाना सुनिश्चित करावें। उन्होंने जिला अस्पताल में जो तीन दवा वितरण केन्द्र चालू नहीं है, उन्हें भी तत्काल ही चालू कराने के निर्देश दिए।

एमसीएच युनिट में बेहतर हो सफाई व्यवस्था

जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के काउण्टर पर भी जाकर किए जा रहे पंजीकरण की जानकारी ली। उन्होंने एमसीएच युनिट के निरीक्षण के दौरान वहां के प्रभारी डॉ. रवीन्द्र सांखला को निर्देश दिए कि वे इस युनिट में सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर ढंग से करावे। उन्होंने सीटी स्केन कक्ष का भी निरीक्षण किया एवं यहां पर संविदाकर्मी द्वारा जो अनियमितता की जा रही है, उसके सम्बन्ध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे इसके विरूद्ध कार्यवाही करे।

शेष तीन दवा वितरण केन्द्रों को भी करें चालू

निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर ने वहां खड़ी मरीज श्रीमती मीरा से निःशुल्क उपचार की जानकारी ली तो उसने बताया कि जिला अस्पताल में उसे निःशुल्क उपचार का पूरा लाभ मिला है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में 10 दवा वितरण केन्द्र स्वीकृत है जिसमें से 7 केन्द्र कार्यरत है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि तत्काल ही पंजीकरण कक्ष पर कार्य करने वाले संविदा कार्मिकों एवं ठेकेदार की बैठक लेकर उन्हें कड़ी हिदायत दी जाएगी कि वे किसी भी मरीज से पर्ची के पैसे नहीं लेगे।

जिला औषधि भण्डार का किया निरीक्षण

जिला कलक्टर ने इसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय परिसर में स्थित जिला औषधि भण्डार केन्द्र का भी अवलोकन किया एवं वहां की व्यवस्थाओं की प्रभारी से जानकारी ली। जिला औषधि भण्डार प्रभारी डॉ. बी. एल. बुनकर ने औषधि केन्द्र में दवाओं के इन्द्राज एवं अन्य ऑनलाईन प्रक्रिया तथा वितरण प्रक्रिया के बारें में जिला कलक्टर को अवगत कराया।