विनय एक्सप्रेस समाचार, जैसलमेर। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत जिला प्रशासन, समग्र शिक्षा जैसलमेर एवं पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में जिला कलेक्टर महोदया के निर्देशनुसार जिले के अध्यापको (लेवल-1 व लेवल-2) की कार्यक्षमता वर्धन हेतु ब्लॉकवार सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन डाइट ऑफिस बैठक हॉल में 13 फरवरी से 21 फरवरी के बीच में किया गया।
इस सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन नैनाराम जानी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, जैसलमेर व् भेराराम लीलड, सहायक परियोजना समन्वयक की अध्यक्षता में किया गया तथा कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन ओमप्रकाश परिहार, कार्यक्रम अधिकारी, समग्र शिक्षा तथा ताराचंद जी (।।) के निर्देशन में किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य जैसलमेर जिले के अंतर्गत आने वाले समस्त प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अध्यापको को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार सन 2026 तक कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक मे पढ़ने वाले बच्चों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक कौशल को सुनिश्चित करने हेतु अध्यापको को प्रशिक्षित किया गया। इस सात दिवसीय कार्यशाला में कुल 7 ब्लॉक के लगभग 1250 अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान समग्र शिक्षा, जैसलमेर की तरफ से बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक कौशलों का प्रशिक्षण मुख्य प्रशिक्षक के रूप मे सौरभ व्यास, राजेन्द्र भाटिया, नवीन सोनी तथा जितेंद्र सोनी द्वारा दिया गया। नीति आयोग की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन जैसलमेर की समस्त टीम जिला मैनेजर मनीष बिश्नोई के निर्देशन में पीरामल फाउंडेशन की टीम के सदस्यों द्वारा नीति आयोग द्वारा शुरू किए गए आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधनों, वितीय समावेशन एवं कौशल विकास तथा आधारभूत अवसंरचनाओं को मजबूत करने व हर इंसान तक सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को पहुंचाने हेतु किये गए प्रयासों के बारे मे जानकारी दी।
इस अवसर पर पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीड तपेश खत्री द्वारा समस्त नीति इंडिकेटरो के बारे मे विस्तारपूर्वक चर्चा की गई व बुनियादी साक्षरता अभियान के तहत कुल 175 डेमो स्कूलों में किये गए कार्यो के बारे मे बताया तथा प्रोग्राम लीड समीर अहमद ने बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक कौशल विकास के लिए गूगल द्वारा निर्मित रीड एलौंग ऐप्प के बारे मे बताया तथा आकांक्षी जिला जैसलमेर के पार्टनर कोड 1234jais के बारे मे भी बताया। पीरामल फाउंडेशन के गाँधी फेलो हर्षाली, भूषण व अजय ने बताया कि कैसे बाल गीतों व चेतना गीतों के माध्यम से 5 से 11 साल तक के बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाई जा सकती है तथा गूगल द्वारा निर्मित रीड एलौंग ऐप्प कैसे बच्चों के पढ़ने की, सुनने की व समझने की क्षमताओं का विकास करेगा, जिससे बच्चों के शिक्षा के अधिगम स्तर को भी सुधारा जा सकेगा। इस अवसर पर BYJU’s से सुरेंद्र कुमार ने कार्यशाला में सहयोग प्रदान किया।