विनय एक्सप्रेस समाचार,जैसलमेर। जिला कलक्टर आशीष मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की सेम्पल जांच जितनी जल्दी होगी उतना ही जल्दी हम संक्रमण पर काबू पा सकेंगे। उन्होंने प्रयोगशाला में सेम्पल जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने को गंभीरता से लिए एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि वे कोरोना के संबंध में सेम्पल जांच की रिपोर्ट 48 घण्टे के अन्दर-अन्दर देने की कार्यवाही करें।
प्रयोगशाला में कम से कम समय में हो सेम्पल जांच रिपोर्ट
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोरोना सेम्पल जांच की अधिकता को देखते हुए निर्देश दिये कि वे प्रयोगशाला में जांच की गति को बढ़ाने के लिए दो जीएनएम एवं तीन कम्प्यूटर ऑपरेटर तत्काल ही उपलब्ध कराने के निर्देश दिये ताकि हम सेम्पल जांच की रिपोर्ट कम से कम समय में उपलब्ध करा सकें। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी सेम्पल जांच मिलेगी, तो पॉजिटीव मरीज का तत्काल उपचार प्रारम्भ हो जाएगा एवं इसके प्रसार को भी कम किया जा सकेगा। उन्होंने इसके लिए अलग से नोडल प्रभारी अधिकारी लगाकर प्रतिदिन प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट की प्रगति लेने के निर्देश दिये। उन्होंने इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नही बरतने की हिदायत दी। उन्होंने पहले आओ-पहले जांच रिपोर्ट पाओ के पद पर जांच रिपोर्ट करने के निर्देश दिये, ताकि जांच रिपोर्ट के कार्य में बेकलॉग नहीं रहे।
ऑक्सीजन की पर्याप्त रखें उपलब्धता
जिला कलक्टर ने बैठक के दौरान ऑक्सीजन सिलेण्डरों की उपलब्धता एवं प्रतिदिन होने वाले उपयोग पर सतर्क निगरानी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र को निर्देश दिये कि वे औद्योगिक उपयोग में आने वाले गैस सिलेण्डरों को अधिकृत करके तत्काल ही चिकित्सालय को उपलब्ध करा दें। उन्होंने इसके साथ ही कम से कम 25 गैस सिलेण्डर हर समय स्टेण्ड बाई वाहन में भरे हुए रखने के निर्देश दिये ताकि आपातकाल की स्थिति में मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जा सके।
कंटेन्मेंट जोन में सख्ताई से हो पालना
उन्होंने 108 एम्बुलेंस में भी गैस सिलेण्डर हर समय उपलब्ध रहे उसकी भी सूचना प्रतिदिन प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने माइक्रो कन्टेन्मेंट जोन में कोरोना गाईडलाइन की सख्ताई से पालना करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला कोविड प्रभारी को निर्देश दिये कि वे कोरोना सेम्पल जांच रिपोर्ट समय पर मिले इसकी वे प्रभावी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने निजी अस्पतालों के लिए लगाए गए प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिये कि वे इन अस्पतालों का नियमित रूप से निरीक्षण कर वहां बैड्स की उपलब्धता सुनिश्चित करावें।
बाहरी जिलों से निजी वाहनों का परिवहन न हो
बैठक के दौरान जिला परिवहन अधिकारी को नवीन गाईडलाइन के तहत एक जिले से दूसरे जिले में सोमवार से निजी वाहन बिना अनुमति के नहीं आए। इसकी सघन जांच करें एवं ऐसे वाहनों को सीज करें। उन्होंने विवाह समारोह में गाईडलाईन की सख्ताई से पालना करानें के निर्देश दिये एवं उपखण्ड अधिकारी एवं विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे विवाह समारोह की पहले से ही सूचना प्राप्त कर लें एवं ऐसे आयोजन स्थलों के लिए राजकीय कार्मिक तैनात कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
योजना में लाए प्रगति
उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में अधिक से अधिक लोगों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिये उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निदेश दिये कि वे पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी एंव बीएलओ को 10-10 लोगों के लक्ष्य देकर इस योजना में पंजीकरण की कार्यवाही कराने के निर्देश दिये।
ये थे उपस्थित
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, जिला कोविड प्रभारी एवं यूआईटी सचिव अनुराग भार्गव, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अर्चना व्यास, जिला रसद अधिकारी जब्बर सिंह चारण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी, आयुक्त नगर परिषद शशिकान्त शर्मा के साथ ही अन्य अधिकारी उपस्थित थे।