पखवाड़े के दौरान सुरक्षात्मक सावधानियां एवं प्राथमिक उपचार की व्यवहारिक जानकारी पाई
विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। जोधपुर डिस्कॉम के विद्युत सुरक्षा व सावधानी पखवाड़े बुधवार के अंतर्गत बुधवार को कार्मिकों ने सुरक्षा और सावधानी बरतने की शपथ ली। वहीं प्राथमिक उपचार व सिलिकॉन रिसस्क्युरेटर (श्वास यंत्र) का उपयोग भी सीखा।
पखवाड़े का उद्देश्य शून्य दुर्घटना का लक्ष्य
प्रबंध निदेशक श्री प्रमोद टाक ने बताया कि 1 मई से 15 मई तक डिस्कॉम के विद्युत सुरक्षा और सावधानी पखवाड़े के अंतर्गत जोधपुर डिस्कॉम के कार्य क्षेत्र में फील्ड में काम कर रहे अभियंताओं व तकनीकी कर्मचारियों को विद्युत सुरक्षा एवं सावधानी संबंधित जानकारियों से अवगत करवाया जा रहा है। इसका उद्देश्य शून्य दुर्घटना का लक्ष्य हासिल करना है।
कार्मिकों ने ली प्राथमिक उपचार की व्यवहारिक जानकारी
प्राथमिक उपचार व सिलिकॉन का रिसस्क्युरेटर (श्वास यंत्र) उपयोग सीखा प्रबंध निदेशक श्री प्रमोद टाक ने बताया कि पखवाड़े के तहत कार्मिकों को प्राथमिक उपचार की चिकित्सा विशेषज्ञों ने जानकारी दी। जिसमें बताया कि किसी दुर्घटना के समय तत्काल प्राथमिक उपचार देने से जान की जोखिम कम की जा सकती है। एक अन्य सत्र में कार्मिकों को सिलिकॉन रिसस्क्युरेटर (श्वास यंत्र) के बेहतर उपयोग की जानकारी दी गई।
कार्मिकों ने ली सावधानी की शपथ
वहीं सुरक्षा व सावधानी पखवाड़े में अधिकारियों और कार्मिकों ने स्वयं और अधीन कार्यरत कर्मचारियों द्वारा विद्युत सुरक्षा व सावधानियों के दिशा निर्देशों की पालना करने और अन्य कर्मचारियों को प्रेरित करने की शपथ ली।
प्रत्येक उपखंड पर हो रहा है आयोजन
श्री टाक ने बताया कि इस पखवाडे का आयोजन प्रत्येक उपखंड पर सहायक अभियंता की ओर से किया जा रहा है। श्री टाक के निर्देशानुसार कनिष्ठ अभियंता कार्यालय में निर्धारित समय पर तकनीकी कर्मचारियों को बुलाकर विद्युत सुरक्षा और सावधानी के बारे में बताया जाना सुनिश्चित किया जा रहा है।
पखवाड़े का संचालन और समीक्षा हो सुनिश्चित
श्री टाक ने बताया वृत्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने अधीनस्थ सहायक अभियंता कार्यालयों में इस संदर्भ में संचालित कार्यों की समीक्षा करे।
अधिकारी अपनी उपस्थिति से अन्य को प्रेरित करें
साथ ही वृत्त अधिकारियों से कहा गया है कि वे अपने वृत्त में इस पखवाडे के तहत आयोजित होने वाले कम से कम तीन कार्यक्रमों में अपनी उपस्थित दर्ज करवाये। साथ ही वे अभियंताओं व तकनीकी कर्मचारियों के बीच अपना अनुभव साझा करते हुए विद्युत सुरक्षा व सावधानी के लिए उन्हें प्रेरित करे व निर्देशित भी करे।
श्री टाक ने बताया कि इसी तरह खंड स्तर के अधिकारियों से कहा गया है कि वे कम से कम पांच ऐसे कार्यक्रमों में उपस्थित रह कर कर्मचारियों को विद्युत सुरक्षा व सावधानी के बारे में बताये।