संभागीय आयुक्त ने संभाग की पेयजल व कम वर्षा से उत्पन्न होने वाली संभावित स्थिति की समीक्षा की पीएचईडी पेयजल आपूर्ति के लिए कंटीजेंसी प्लान बनाये

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। संभागीय आयुक्त डॉ राजेश शर्मा ने गुरूवार को अपने कक्ष में संभाग की पेयजल व्यवस्था व कम वर्षा से उत्पन्न संभावित स्थिति की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने पीएचईडी के मुख्य अभियंता निरंजन माथुर को गुरूवार को ही जिलेवार कंटीजेंसी प्लान कर देने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलक्टर पाली अंशदीप भी उपस्थित थे।

पेयजल प्रबन्धन को प्राथमिकता देवे
संभागीय आयुक्त ने संभाग के बांधों में पानी की स्थिति की समीक्षा की व कम वर्षा के कारण बांध से होने वाले पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, उनमें शेष पानी व वितरण व्यवस्था की जानकारी लेते हुए कहा कि संभाग में पेयजल प्रबन्धन को प्राथमिकता की जावे। उन्होंने कहा कि पाली जिले के लिए प्रमुख स्त्रोत जवाई व अन्य बांध जिनसे पेयजल आपूर्ति होती है, उनमें कम वर्षा के कारण पानी की आवक नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति को देखते हुए पेयजल आपूर्ति का बेहतर प्रबंधन रखना है, ताकि लोगों को पानी की समस्या का सामना ना करना पडे।


पेयजल की बेहतर व्यवस्था के लिए कंटीजेंसी प्लान बनाये
संभागीय आयुक्त ने बैठक में मुख्य अभियंता पीएचईडी नीरज माथुर को गुरूवार को ही संभाग के सभी जिलो के संबंध में पेयजल प्रबंधन, पेयजल वितरण के लिए केंटीजेंसी प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां ट्यूबवेल खोदने हो वहां समय पर तैयारी कर लें। उन्होंने कहा कि जिन बांधों से पेयजल आपूर्ति की जाती है उनके शेष पानी को बेहतर तरीके से सप्लाई करना है। उन्होंने कहा कि अधिक दिक्कत वाले स्थानों के लिए समय पर ही पेयजल वितरण का प्रबंधन कर लिया जावे ताकि समस्या का समय पर समाधान हो सकें। संभागीय आयुक्त ने बैठक में कहा कि पाली के जवाई बांध का बुघवार को उनके द्वारा निरीक्षण किया व वहां अब 11.80 फीट पानी शेष है जबकि भराव क्षमता 61 फीट है। वर्षा नहीं होने से पानी नहीं आया। वहां से जहां पेयजल आपूर्ति होती है वहां दिक्कत आने की संभावनाओं को देखते हुए पूर्व तैयारी रखनी है ताकि पेयजल आपूर्ति सुचारू बनी रहे। उन्होंने कहा कि बांध के डेड स्टोरेज का भी सही प्लान रखें। वहां जानवरों व पक्षियों के लिए आरक्षित रखे जाने वाले पानी का प्रबंधन भी सही रखे। उन्होंने कहा कि पाली जिले के अन्य बांध जहां वर्षा होने से पानी आया व पानी है वहां का पानी भी पेयजल उपयोग में लेने की व्यवस्था रखें।

पाली के लिए जोधपुर से ट्रेन से पानी का विकल्प की तैयारी रखें 

संभागीय आयुक्त ने बैठक में जिला कलक्टर पाली अंशदीप से पाली की पेयजल व्यवस्था, कम वर्षा के कारण पेयजल के लिए उत्पन्न होने वाली स्थिति व स्थिति के अनुसार किए जाने वाले पेयजल प्रबंधन की जानकारी ली। उन्होंने आवश्यकता होने पर जोधपुर से पाली पानी ट्रेन की वैकल्पिक व्यवस्था को भी ध्यान में रखते हुए तैयारी रखने को कहा। संभागीय आयुक्त ने अन्डर ग्राउंड वाटर सोर्स पर भी चर्चा की व आवश्यकतानुसार ट्यूबवेल खोद कर पानी आपूर्ति की भी तैयारी रखने के लिए पी एच ई डी व भूजल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
संभाग में पेयजल की कोई दिक्कत नहीं आयेः-
संभागीय आयुक्त ने कहा कि पीने का पानी सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। आने वाले समय में पेयजल आपूर्ति सुचारू बनी रहे, किसी प्रकार की दिक्कत ना पैदा हो। समय पर प्लान बनाकर समाधान ढूंढ लिया जावे। उन्होंने कहा कि जो भी सोर्स हो उनका उपयोग करने की भी समय पर व्यवस्था रखे। उन्होंने कहा कि पानी परिवहन का जो भी प्रबंधन हो समय पर हो जावे। उन्होंने कहा कि केंटीजेसी प्लान में पशुओं के लिए भी प्लान करें। उन्होंने कहा कि कम वर्षा के कारण पशुधन के लिए चारे की भी किसी प्रकार की दिक्कतों की संभावना को देखते हुए बाहर से चारा मंगवाने के भी सोर्स ध्यान में रखे। मांग होने पर व्यवस्था करावें। संभागीय आयुक्त ने संभाग के सभी जिलों की जिले वार पेयजल व्यवस्था, बांध के पानी व पेयजल वितरण व्यवस्था की पीएचई्रडी, सिचाई व भूजल विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने फसलों की स्थिति के बारे में कृषि विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली।
पानी की बचत से भविष्य सुरक्षित रखें
संभागीय आयुक्त ने इस अवसर पर कहा कि पानी का सभी सदुपयोग करें, पानी का दुरूपयोग नही हो। उन्होंने कहा कि कई बार देखा जाता है कि पानी का दुरूपयोग होता है, वाहनों को धोने के लिए पानी की बर्बादी करते है जो कतई ठीक नही है। उन्होंने कहा कि जागरूक नागरिक व देशवासी बनकर पानी का सदुपयोग करना है।
जिला कलक्टर पाली अंशदीप ने बैठक में पाली जिले के जवाई बांध व अन्य बांध में उपलब्ध पानी, कम वर्षा व पेयजल के लिए किए जा रही व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समय पर केन्टीजेंसी प्लान तेयार करवा कर संभावित किसी प्रकार की पेयजल दिक्कतों से निपटा जायेगा व अन्य पेयजल के बांधों के अलावा अन्य सोर्स के माध्यम से भी प्रबन्धन बनाये रखने के पूरे प्रयास करेंगे। मुख्य अभियंता पीएचईडी नीरज माथुर ने बैठक में पूरे संभाग की पेयजल आपूर्ति के स्त्रोतों की वर्तमान स्थित व आगे तैयारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिलेवार सभी का कंटीजेंसी प्लान तैयार कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बांधों में पानी वर्षा की कमी से आया नही है, अब मानसून की क्या स्थिति रहेगी उसी अनुसार प्लान तैयार कर लेंगे। बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता मनीष परिहार ने बांधों के पानी की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। बैठक में संयुक्त निदेशक एलएन बैरवा, अतिरिक्त मुख्य अभियंता वीरेन्द्र सिंह राठौड़, अधीक्षण अभियंता पाली जेपी शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि विजय कुमार पाण्डेय, वरिष्ठ भूजल वैज्ञानिक डॉ प्रहलाद सिंह, अधिशाषी अभियंता चन्द्रवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।