प्रशासन गांवों के संग अभियान : शिविर में 75 वर्षो बाद सार्वजनिक कटाणी रास्ते का राजस्व रेकर्ड में अंकन किया जिससे दो गांवों के 200 परिवार आपस में जुड़े

विनय एक्सप्रेस समाचार, जोधपुर। जिले के उपखण्ड क्षेत्र फलौदी की ग्राम पंचायत बैंगटी खुर्द में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान में बैंगनी खुर्द में लगभग 75 वर्षो बाद सार्वजनिक कटाणी रास्ते का राजस्व रेकर्ड में अंकन किया गया। शिविर में बैंगटीखुर्द के सरपंच कम्भीर खान एवं ग्रामीणजन उपखण्ड अधिकारी एवं शिविर प्रभारी डा0 अर्चना व्यास के समक्ष उपस्थित होकर रास्तों की समस्या बताई। सरपंच ने बताया कि ग्राम बैंगटी खुर्द से एनएच 11 से होते हुए दयासागर पंचायत तक आजादी से पहले का मौके पर पुराने रास्ता चल रहा है परन्तु राजस्व रेकर्ड में इनका अंकन नहीं होने के कारण राह में आने वाले खातेदारों द्वारा अपनी मनमर्जी से रास्ते को बंद कर दिया जाता है। जिसके कारण गांव के लगभग 200 परिवार को आवागमन में कठिनाई हो रही है वहीं बीमार हो जाने पर रोगी को अस्पताल ले जाने के लिए लम्बा रास्ता तय करना पड़ रहा है। इस पर शिविर प्रभारी डा0 अर्चना व्यास ने तहसीलदार फलौदी भगवान सहाय को उक्त ढाणियों में निवास कर रहे लोगों के आवागमन के लिए कदीमी रास्तों के प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए एवं रास्ते में आने वाले खसरों के खातेदारी के बीच समझाइस कर उक्त कदिमी रास्ते को राजस्व रेकर्ड में गैर मुमकिन रास्ता दर्ज करवाने के लिए प्रेरित एवं रास्तों से मिलने वाले लाभों से खातेदारों को अवगत करवाया गया। तहसीलदार भगवान सहाय यादव ने हल्का पटवारी से कदिमी रास्ते के प्रस्ताव तैयार करवाकर प्रभारी अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिस पर कदिमी रास्तो के लगभग 12 किलोमीटर लम्बे रास्तों के प्रस्ताव स्वीकार कर उन्हें गैर मुमकीन रास्ते दर्ज करने के आदेश तहसीलदार फलौदी को दिए गए। इस पर ग्रामीणों ने राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासन को आजादी के 75 साल बाद दो ग्रामों की सरहदों को रास्तों से जोड़ने के लिए आभार व्यक्त किया।