संरक्षित वन क्षेत्र पर विशेष निगरानी हेतु करें प्रयास- जिला कलक्टर

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने आदिबद्री एवं कनकांचल धार्मिक पर्वतों को संरक्षित वन क्षेत्र घोषित किये जाने के पश्चात संचालित स्टोन क्रेशरों को संरिक्षत वन क्षेत्र से अवैध सामग्री की रोकथाम के लिये विशेष निगरानी रखने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।


जिला कलक्टर आलोक रंजन बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अवैध खनन की रोकथाम के संबंध में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि स्थानीय क्षेत्र के लोगों की आशंकाओं को निर्मूल करने एवं पारदर्शिता लाने हेतु विकास कार्यों एवं अवैध खनन के संबंध में किये जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी लेने के साथ ही क्षेत्र का भ्रमण भी करायें। उन्होंने अवैध खनन एवं अवैध सामग्री परिवहन पर निगरानी रखने हेतु प्रमुख मार्गों पर चौकी स्थापित करने तथा सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदूषण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी को एनजीटी के दिशा निर्देशों की खननकर्ताओं एवं क्रेशर मालिकों द्वारा पालना करायें जाने हेतु निरीक्षण करें। उन्होंने अवैध परिवहन को रोकने के लिये क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये कि ओवरलोडिंग वाहनों पर सख्त कार्यवाही करने के लिये टीम गठित कर व्यापक कार्यवाही करें। उन्होंने संभागीय आयुक्त द्वारा अवैध खनन ,स्टोन क्रेशरों एवं ओवरलोडिंग वाहनों के संबंध में दिये गये दिशा निर्देशों की शतप्रतिशत पालना करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को संयुक्त टीम गठित कर क्षेत्र में निरंतर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में डाबक एवं सांवलेर स्टोन क्रेशर क्षेत्रों में कच्चे माल पर निगरानी रखने हेतु डाबक के कैथवाडा एवं गुलपाडा की ओर चैकपोस्ट एवं सांवलेर के क्रेशरों पर निगरानी हेतु मूंगस्का-सांवलेर सडक पर चैकपोस्ट स्थापित करने के संबंध में उपखण्ड अधिकारियों एवं खनि अभियंता ने जानकारी दी साथ ही ओवरलोडिंग वाहनों पर कार्यवाही के लिये भैंसेडा रोड पर पुलिस एवं परिवहन विभाग की संयुक्त टीम लगाने के निर्देश भी दिये। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह , डीसीएफ रवि कुमार मीणा, उपखण्ड अधिकारी कामां दिनेश शर्मा, नगर सुरेन्द्र प्रसाद ,पहाडी सुनीता यादव ,डीग हेमन्त कुमार ,आरटीओ सतीश कुमार , खनि अभियंता आरएन मंगल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।