मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह : गंभीर और सामान्य मानसिक रोगों पर चर्चा आयोजित

विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। पी.बी.एम. अस्पताल के मानसिक एवं नशामुक्ति विभाग में चल रहे सात दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के छठे दिन मानसिक रोग विभाग में सामान्य व गम्भीर मानसिक रोगों के लक्षणों व उपचार के संबंध में चर्चा आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ मानसिक रोग विभाग आचार्य एवं विभागाध्यक्ष डॉ० श्रीगोपाल गोयल, आचार्य डॉ० हरफूल सिंह द्वारा किया गया। डॉ० श्रीगोपाल गोयल ने बताया कि सामान्य मानसिक रोग की तुलना में गम्भीर मानसिक रोग केवल एक से दो प्रतिशत होते हैं परन्तु सामान्य मानसिक रोगों पर अधिक ध्यान नही दिया जाता है। उन्होंने बताया कि किसी को उंचाई से अत्यधिक डर लगना, बंद जगहों में बहुत ज्यादा घबराहट होना आदि फोबिया के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने ओ. सी.डी. के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि ज्यादा सफाई रखना, बार-बार हाथ धोना, बार-बार नहाना, बार-बार गिनती करना ऐसे लक्षण है जिन्हें गंभीरता से लेना चाहिए ।


डॉ० हरफूल सिंह ने बताया कि मानसिक रोग कई प्रकार के हो सकते है तथा किसी भी मानसिक बीमारी के अलग-अलग मरीज में अलग-अलग लक्षण भी हो सकते है। किसी भी मानसिक मरीज को झाठ- फुंक, भोपे, तांत्रिक आदि के पास ले जाने कि बजाय अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाएं। मानसिक रोगों का इलाज समय पर हो इसके लिए परिवार, समाज व स्वास्थ्य कर्मियों का योगदान आवश्यक है।

आत्महत्या का प्रयास करता भी मानसिक रोग का एक लक्षण हो सकता है। अतः उसका इलाज करवाना आवश्यक है डॉ० परनीत, डॉ० राकेश ने सिजोफेनिया के लक्षण की जानकारी दी। डॉ० राधेश्याम ने हिस्टीरिया दी । इस अवसर पर सहायक आचार्य डॉ० राकेश गढ़वाल, डॉ निशान्त चौधरी, डॉ० संगीता हटीला, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अन्जू ठकराल भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मानसिक रोग विभाग के समस्त रेजिडेन्ट डॉक्टर्स, नर्सिग मैट्रन अजय स्वामी सुनील शर्मा, प्रेम रतन, रविन्द्र सक्सेना, समस्त नर्सिंग ऑफिसर का सहयोग रहा।