गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2125 रुपये निर्धारित
विनय एक्सप्रेस समाचार, हनुमानगढ़। भारत सरकार द्वारा रबी विपणन मौसम वर्ष 2023-24 के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दी है। भारत सरकार द्वारा गेहूं, जौ, चना, मसूर, सरसों एवं रेपसीड तथा सनफ्लावर (कुसुम्भ) का रबी विपणन वर्ष 2023-24 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया है।
जिला रसद अधिकारी श्री विनोद ढाल ने बताया कि रबी विपणन मौसम की रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य गेहूं का 2125 रुपये प्रति क्विंटल, जौ का 1735 रुपये प्रति क्विंटल, चने का 5335 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर (लेंटिल) का 6000 रुपये प्रति क्विंटल, सरसों एवं रेपसीड का 5450 रुपये प्रति क्विंटल तथा सनफ्लावर (कुसुम्भ) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
रेपसीड एवं सरसों समूह से संबंधित अन्य तिलहनों जैसे तोरिया का मूल्य रेपसीड और सरसों के साथ उनके सामान्य बाजार मूल्य अंतरों के आधार पर तय किए जाएंगे। अनाजों और मोटे अनाजों के मामले में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और अन्य नामित राज्य एजेंसियां किसानों को मूल्य समर्थन प्रदान करना जारी रखेगी। राज्य सरकार केंद्र सरकार के पूर्वानुमोदन से मोटे अनाजों की खरीदारी जारी रखेगी और खरीदी गई संपूर्ण मात्रा को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसए) के तहत वितरित करेगी। सब्सिडी केवल एनएफएसए के तहत जारी की गई मात्रा के लिए ही प्रदान की जाऎगी। भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नैफेड), लघु कृषक-कृषि व्यापार संघ (एसएफएसी) और अन्य नामित केंद्रीय एजेंसियां दलहनों और तिलहनों की खरीदारी करना जारी रखेगी। ऎसे प्रचालनों में नोडल एजेंसियों के द्वारा हानियां, यदि कोई हो तो, उनकी पूर्ण प्रतिपूर्ति केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में रबी विपणन मौसम वर्ष 2023-24 में न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीद के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है।