शक्ति दिवस पर लाभान्वित हुए 1 लाख 2 हजार 243 बच्चे व किशोरी बालिकाएं : आंगनबाड़ी केंद्रों, अस्पतालों में हुई स्क्रीनंग, खून की कमी को दूर करने को लेकर उठाए कदम

6 माह से 5 साल तक के बच्चों को पिलाई गई आयरन सिरप

6 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरी बालिकाओं को दी आईएफए टेबलेट

15730 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं हुई लाभान्वित

अनीमिया मुक्त राजस्थान के तहत गत 7 जून मनाया गया शक्ति दिवस

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर।राजस्थान के बच्चों, महिलाओं व किशोरियों में अनीमिया की दर बढ़कर परिलक्षित होने पर अनीमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत तीनों विभागों की ओर से संयुक्त रूप से अनिमिया की दर को कम करने के लिए गतिविधियों का आयोजन गत मंगलवार, 7 जून को शक्ति दिवस के रूप में किया गया। नागौर जिले में शक्ति दिवस के अवसर पर नागौर जिले में एक ही दिन में 6 माह से 19 वर्ष तक के कुल 1 लाख 2 हजार 243 बच्चों व किषोरी बालिकाओं को आयरन सिरप व आईएएफ की गोलियां देकर लाभान्वित किया गया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि अभियान के तहत नागौर जिले के समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर शक्ति दिवस मनाया गया। इसका मुख्य उददेश्य है कि अनीमिया की पहचान कर प्रारंभिक अवस्था में अनीमिया की दर को कम करना है। यह दिवस भविष्य में हर माह के प्रथम मंगलवार को मनाया जाएगा। शक्ति दिवस पर आगामी समय में भी आशा सहयोगिनियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से स्कूल नहीं जाने वाली किशोर किशोरियों, बच्चों तथा महिलाओं व गर्भवती व धात्री महिलाओं को महीने के प्रथम मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र बुलाया जाएगा और उनको अनीमिया के बारे में जानकारी दी जाएगी।

किस आयु वर्ग में कितने लाभान्वित

अभियान के नोडल एवं अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी ने बताया कि गत 7 जून को जिले में राजकीय चिकित्सा संस्थानों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर आयोजित किए गए शक्ति दिवस के कार्यक्रमों में 6 माह से 5 वर्ष की आयु वर्ग के 48 हजार 456 बच्चों को आयरन सिरप पिलाई गई। वहीं 6 से 9 साल तक की आयु वर्ग के 29 हजार 944 तथा 10 से 19 वर्ष आयु वर्ग की 23 हजार 843 एनीमिक बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड यानी आईएफए की गोलियां वितरित की गईं।

गर्भवती एवं धात्री महिलाएं हुई लाभान्वित
एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जून माह के प्रथम मंगलवार, गत 7 जून को मनाए गए शक्ति दिवस कार्यक्रमों में गर्भवती एवं धात्री महिलाओं की भी एनीमिया जांच कर उन्हें उपचारित किया गया। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नागौर जिले में शक्ति दिवस पर कुल 10 हजार 205 गर्भवती महिलाओं तथा 5 हजार 325 धात्री माताओं को आईएफए की गोलियां वितरित गईं।