डेंगू रोधी अभियान का आगाज, पोस्टर का विमोचन

अभियान में होगा एंटीलार्वा, सर्वे, सैम्पलिंग और अन्य जागरूकताग तिविधियों का आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा  22 अगस्त से डेंगू रोधी अभियान का आगाज किया गया। इस अभियान की जिला स्तरीय शुरूआत अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महेश वर्मा ने पोस्टर विमोचन कर की।

डेंगू रोधी अभियान के पोस्टर का विमोचन अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया ने जिला कलेक्ट्रेट स्थित अपने कक्ष में किया। उन्होंने कहा कि जिले में आमजन को डेंगू व मलेरिया से बचाव के प्रति जागरूक किया जाए और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसकी रोकथाम के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं,उनको गति प्रदान करें।

डेंगू रोधी अभियान के पोस्टर विमोचन अवसर पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी, डॉ. उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतनाराम बिड़ियासर, एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव सोनी, एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान व जिला वीबीडी कंसलटैंट इकबाल कुरैशी भी मौजूद रहे।

2 सितम्बर तक चलेगा अभियान

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि डेंगू रोधी अभियान में एंटीलार्वा, सर्वे, सैम्पलिंग और अन्य जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

डेंगू रोधी अभियान 22 अगस्त से प्रारंभ होकर आगामी 02 सितंबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि बारिश के पानी के ठहराव के कारण मौसमी बीमारियों के फैलने की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू रोधी अभियान का संचालन किया जाएगा।

अभियान के अंतर्गत विभागीय टीमें नियमित सर्वे, सोर्स रिडक्शन, एंटीलार्वा, लार्वा प्रदर्शन व एंटी अडल्ट गतिविधियों के आयोजन के साथ ही आमजन को डेंगू, मलेरिया,चिकनगुनिया व अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव व रोकथाम हेतु जागरूक करेंगी। इसके साथ ही बुखार के रोगियों को चिन्हित कर सैंपल लिए जाएंगे।

ये हैं डेंगू के शुरूआती लक्षण

उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रतनाराम बिड़ियासर ने बताया कि डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है, भूख कम लगती है, सिरदर्द, कमरदर्द, चमड़ी पर लाल धब्बे होना और आंखों में तेज दर्द हो सकता है। इसके साथ ही उसे लगातार तेज बुखार रहता है। इसके अलावा जोड़ों में दर्द, बेचौनी, उल्टी, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

इन लक्षणों को पहचानकर व्यक्ति बिना देरी के चिकित्सक से मिले और इसका उपचार करवाए। इस दौरान अधिक से अधिक तरल पेय पदार्थ लेने चाहिए और आराम करना जरूरी है। बुखार होने पर केवल पेरासिटामोल दवा लें और तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।