सघन मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान-2021 की शुरूआत
विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। जिले में सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 22 फरवरी से प्रारंभ हुआ। इस अभियान में टीकाकरण से छूटे व वंचित जन्म से 2 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को आवश्यक टीका लगाकर उन्हें प्रतिरक्षित किया गया। अभियान के अन्तर्गत ऐसे उप स्वास्थ्य केन्द्र जिनका पूर्ण टीकाकरण 95 प्रतिषत से कम है, उनके अधीन आने वाले गांवों की पहचान करके उन जगहों पर विषेष टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया गया।
सघन मिषन इंद्रधनुष टीकाकरण महाअभियान 3.0 की शुरूआत नागौर जिला मुख्यालय से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहाराम महिया व जिला प्रजनन एवं षिषु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुष्ताक अहमद के मार्गदर्षन में बासनी रोड स्थित कच्ची बस्ती से की गई। यहां एएनएम ने वंचित बच्चों के टीकाकरण किया। इस मौके पर डाॅ. शादाब अली, डाॅ. रविन्द्र कस्वां व आषा सहयोगिनी भी मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि नियमित टीकाकरण से छूट जाने वाले बच्चों व गर्भवतियों तक पहुंचकर उन्हें 10 जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए सघन मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण अभियान 3.0 दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। पहला चरण जहां 22 फरवरी से शुरू किया गया, जो आगामी 15 दिनों तक चलेगा। इसके बाद टीकाकरण महाअभियान का दूसरा चरण आगामी 22 मार्च से शुरू होगा ताकि सम्पूर्ण टीकाकरण के कवरेज को शत-प्रतिशत के स्तर तक लाया जा सके।
आरसीएचओ डाॅ. मुष्ताक अहमद ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष 3.0 टीकाकरण महाअभियान के तहत ऐसे क्षेत्र, गांव, ढाणियों एवं शहरी क्षेत्र की उन जगहों पर टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जहां पर टीकाकर्मी की नियमित टीकाकरण पहुंच नहीं है तथा पूर्ण टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों की संख्या अधिक है। सूची में उन सभी बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के नाम सम्मिलित किए जा रहे हैं, जिनका कोई भी टीका छूटा हुआ हो। उन्होंने बताया कि जिले में टीकाकरण से वंचित या छूटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का हैड काउंट सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और एएनएम, आशा सहयोगिनियों सहित अन्य कार्मिक द्वारा यह सर्वेक्षण कर ड्यू-लिस्ट तैयार कर ली गई हैं अभियान की जिला, ब्लाक एवं सेक्टर स्तर से दैनिक मानिटरिंग की जाएगी।
आरसीएचओ डाॅ. मुष्ताक ने बताया कि सोमवार को अभियान के पहले दिन जिले में 44 टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए, जिनमें 203 बच्चों तथा 68 महिलाओं को टिटनेस के टीके लगाए गए।