विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। जिला मुख्यालय स्थित जेएलएन अस्पताल में संचालित कोरोना वाॅर रुम में शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण टीम की बैठक कमेटी अध्यक्ष व जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी द्वारा आयोजित की गई। जिसमें जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी ली गई।
कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे व मेडिसिन किट का पर्याप्त मात्रा में वितरण हो तथा प्रमाणिक रुप से इसका भौतिक सत्यापन किया जाना आवश्यक है। इस कार्य के निमित्त मेडिसिन किट तैयार करने के कार्य का विकेंद्रीकरण चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग को करना चाहिए, यह निर्देश जिला कलक्टर व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने शुक्रवार को आयोजित बैठक में दिए।
जेएलएन राजकीय अस्पताल के कोरोना नियंत्रण कक्ष में आयोजित इस बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों व चिकित्सा अधिकारियों की भी सहभागिता रही। इसी के साथ ही उन्होंने विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से चल रहे पल्स ऑक्सीमीटर द्वारा ऑक्सीजन लेवल के सर्वे के संबंध में भी जिला प्रशासन द्वारा क्रॉस चेकिंग अभियान को शुरू करने का निर्देश दिया। इसके तहत जिले के उपखंड व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा डोर टू डोर सर्वे के कार्य की क्रॉस चेकिंग की जाएगी।
डाॅ सोनी ने कहा कि कोरोना की इन कठिन परिस्थितियों में चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग अग्रणी भूमिका में है। इसलिए विभाग से लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों के पोषण से संबंधित किसी भी कार्य में और अधिक सक्रिय भूमिका का निर्वहन करने की आवश्यकता है। कुपोषित बच्चों को विशेष रूप से किशोरियों को आयरन टेबलेट देने से जहां रक्त की कमी भी दूर होगी साथ ही कोरोना से लड़ने के लिए उनमें इम्यूनिटी पावर भी बढ़ेगी। इसलिए संबंधित जिले के सभी कुपोषित बच्चों का ट्रीटमेंट प्लान बनाने, मेडिसिन किट तैयार करने तथा उसके वितरण को सुनिश्चित करने एवं आवश्यक परामर्श देने का भी निर्देश दिया। साथ ही गंभीर अवस्था वाले कुपोषित बच्चों को रेफर करने संबंधित डाटाबेस तैयार करने का भी निर्देश दिया गया। जिसमें महिला व बाल विकास विभाग का भी अपेक्षित सहयोग लेने हेतु निर्देशित किया गया।
जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर से युवा व बच्चे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। डाॅ सोनी ने बताया कि देश में इस आयु वर्ग के नागरिकों की संख्या ज्यादा है। इस दृष्टि से मानव संसाधनों की कमी को किस प्रकार से पूरा किया जा सकता है इस संबंध में भी कार्य योजना बनाने की आवश्यकता है। जिला कलक्टर ने विभिन्न समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो तथा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से मरीजों को रेफरल करने से संबंधित व्यवस्था तंत्र को भी मजबूत बनाने का निर्देश दिया।
डेगाना उपखण्ड के कोरोना मरीजों का किया गया पर्यवेक्षण
जेएलएन स्थित कोरोना वाॅर रूम में आयोजित इस बैठक में इससे पूर्व जेएलएन अस्पताल की विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा डेगाना तहसील के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों का पर्यवेक्षण किया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित पर्यवेक्षण में संबंधित चिकित्सा प्रभारियों के माध्यम से कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों का उत्साहवर्धन किया गया तथा उनसे संवाद करके आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श भी दिया गया। विशेषज्ञ टीम द्वारा डेगाना बीसीएमओ डॉ रामकिशोर, हरसोर प्रभारी डॉ. मुकेश से भी चर्चा की गई। बैठक में कोरोना मरीज रामप्रताप, अमृतपाल, भैरूराम व मूलचंद से चर्चा कर उनके स्वास्थ्य के सम्बन्ध में आवश्यक परामर्श भी दिया गया। जिला कलक्टर ने डेगाना उपखंड अधिकारी से डेगाना क्षेत्र में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता, डोर टू डोर सर्वे, मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी आदि के संबंध में भी जानकारी ली। जिला कलक्टर ने सभी चिकित्सकों को कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें निरोगता प्रमाण पत्र व मंगल कामना पत्र भी प्रदान करने के निर्देश दिए तथा स्वस्थ होकर घर जाने वाले सभी कोरोना मरीजों को कुछ दिन होम आइसोलेशन में रहने, मास्क लगाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने तथा इस संबंध में दिए गए मेडिसिन किट का प्रयोग परिवार के अन्य सदस्यों को भी अवश्य करने के संबंध में जागरुक करने का आग्रह किया।
नीम हकीमों के खिलाफ कार्यवाही
डाॅ सोनी ने कहा कि जनसाधारण के स्वास्थ्य व समुचित उपचार की दृष्टि से नीम हकीमों के खिलाफ कार्यवाही आवश्यक है। जिस पर उन्होंने जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों को प्रमाणिक, वैध व अधिकृत चिकित्सकीय उपचार सुलभ हो तथा नीम हकीमों द्वारा अनाधिकृत रुप से किए जा रहे चिकित्सा कार्यो पर प्रभावी नियंत्रण रखने व उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इस दौरान बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चैधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मेहराम महिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ शंकरलाल, रीको के महाप्रबंधक विपोन मेहता, डाॅ राजेश पाराशर, डाॅ अनिल पुरोहित, डाॅ कमल उपाध्याय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।