बच्चों के हाथों में पोषक किट दे जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी बोले -थारे लाडेसर ने चोखो जिमाओ, उणने निरोगी अर हष्ट-पुष्ट बणाओ

नागौर के कुपोषित बच्चों खातिर निराला अभियान ‘लाडेसर‘ का आगाज जिले में पचास हजार से अधिक कुपोषित बच्चों को बांटे जाएंगे ‘लाडेसर पोषक किट‘ एक हजार एनीमिया ग्रसितकिशोरी बालिकाओं को बांटे जाएंगे मेडिकल किट

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। थारे लाडेसर बाई अर भाया रे हाथां मांय बाने हष्ट-पुष्ट बनावण खातर ओ पोषण किट दे रिया हां, अबै थे घणे कोड अर दूलार रे सागै आने टेम माथे कलेवो, दौपारी अर सिज्यां खाद्य सामग्री ने चोखी तरह्यां पका…अर जिमायां, जिका सूं ऐ निरोगा रैवे। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर उनके अभिभावक को मायड़ भाषा में अपणाइत भरी यह सीख जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने दी।
इसी संवाद की अगली कड़ी में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी के साथ पांच माह की नन्हीं-मुन्नी कुपोषित बालिका मोनिका की मां से बोले कि ‘‘ बेटी रो ध्यान राखो, कित्ती कमजोर है आ, कित्ता टाबर है आपरे…,‘‘साब, तीन टाबर है, बाकि दो तो ठीक है, पण ओ कमजोर है, आप जिको किट दियो है, बिने आंगनबाड़ी आळा बाईजी जियां बतावेळा ,बियां टेमसर जिमाऊं‘‘, आप रो घणो-घणो धन्यवाद‘।
इसी दौरान एनीमिक किशोरी बालिका रमजाना, प्रवीण और नाजिया को विटामिन सी और मल्टी-विटामिन दवाईयों का मेडिकल किट वितरित करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. सोनी ने उनसे संवाद किया। इन बालिकाओं से भी मायड़ भाषा में संवाद कर अपनेपन का आभास कराते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि कौनसी दवाई कैसे और कब लेनी है, अंग्रेजी में न समझ जाए तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम बहनजी से पूछ लें।
यह अवसर था बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए शुरू किए गए अभिनव अभियान ‘लाडेसर‘ के शुभारंभ का। अभियान ‘लाडेसर‘ की जिला स्तरीय शुरूआत गुरुवार को नागौर शहर में राठौड़ी कुआं स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र नं. 39 से जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने की।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग के समन्वय से जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में संचालित इस अभियान ‘ लाडेसर‘ के जिला स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि जिन परिवारों के बच्चों को पौष्टिक खाना नहीं मिल पा रहा है, उनके इस कोरोना महामारी काल के संक्रमण की नई लहर में बीमार पड़ने की आशंका बन गई है। ऐसी स्थिति से निबटने और कुपोषित बच्चों को कोरोना के नई लहर के संक्रमण से बचाने के लिए अभियान ‘लाडेसर‘ नाम से एक मुहिम शुरू की गई है। अभियान में कुपोषित बच्चों के साथ-साथ एनीमिया से ग्रस्ति किशोरी बालिकाओं को शामिल किया गया है। जिले में चिन्हित किए कुपोषित बच्चों को ‘‘लाडेसर पोषक किट‘‘ तथा एनीमिक यानी रक्त अल्पता वाली कुपोषित बालिकाओं को आयरन फोलिक एसिड व विटामिन सी की गोलियों का मेडिसिन किट वितरित किए गए।
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अभिभावकों से कुपोषित बच्चों के लिए दिए जा रहे इस पोषक किट का उपयोग उनके निमित्त ही करने का आग्रह किया। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से खाद्यान्न सामग्री का सदुपयोग निरंतर समयबद्धता के साथ संबंधित बालकों के लिए ही हो, इसकी भी नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
अभियान के पहले दिन जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी तथा नगर परिषद की सभापति मीतू बोथरा ने कुपोषित बच्चों को लाडेसर पोषक किट तथा रक्त अल्पता वाली यानी एनीमिया से ग्रसित बालिकाओं को मेडिकल किट वितरित किए। इस मौके पर जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुश्ताक अहमद, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक डाॅ. सिकमाराम चोयल, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. शीशराम चौधरी व बाल विकास परियोजना अधिकारी दुर्गासिंह उदावत व डाॅ. शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. आरके सुथार ने ‘लाडेसर पोषक किट‘ व मेडिसिन किट वितरित किए। इस मौके पर राजकीय माध्यमिक विद्यालय राठौड़ी कुआं के प्रधानाध्यापक नरपत राम भाकल, महिला पर्यवेक्षक दीपिका सोनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा, सरोज सांखला व समाजसेवी प्रेमसुख सांखला व पापालाल सांखला आदि गणमान्य मौजूद रहे।
आगे आए भामाशाह, अभियान में किया सहयोग, नगर परिषद मुहैया करवाएगा एमयूएसी टेप
जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा नागौर के विकास और यहां के आमजन को हर क्षेत्र में बेहत्तर सुविधाएं मिल सके, इसके लिए अब तक किए प्रत्येक नवाचार में भामाशाह प्रेरित होकर सहयोग कर रहे हैं। अभियान उजास, मिशन अगेंस्ट कोरोना में आॅपरेशन ‘प्राणवायु‘, कोविड सेंटर डवलपमेंट प्रोग्राम के बाद अब अभियान ‘लाडेसर‘ में भी नागौर के भामाशाह व समाजसेवी सहयोग के लिए आगे आए हैं। नागौर नगर परिषद की ओर से इस पुनीत महाअभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग को आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए तीन हजार एमयूएसी टेप मुहैया करवाई जाएगी। एमयूएसी टेप से कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण किया जाता है। रामावि, राठौड़ी कुआं स्थित जिला स्तरीय कार्यक्रम में समाजसेवी राकेश सिंह परिहार द्वारा विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों के निमित्त 90 पोषक किट प्रदान करने की घोषणा की गई। इसी प्रकार इटली प्रवासी व राठौड़ी कुआं निवासी समाजसेवी रामस्वरूप सांखला द्वारा भी 20 पोषक दिए जाने की घोषणा की गई। वहीं पार्षद नवरत्न बोथरा ने वार्ड 38 व 39 में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चिन्हित किए गए कुपोषित बच्चों के निमित्त ‘लाडेसर पोषक किट‘ देने की घोषणा की। अभियान के पहले दिन ही भामाशाहों व समाजसेवियों तथा जनप्रतिनिधियों की ओर से दिए गए सहयोग पर जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने उनको साधुवाद दिया। इस मौक पर डाॅ. सोनी ने कहा कि सरकारी स्तर पर जन कल्याणार्थ शुरू किए गए कार्यों में भामाशाहों व समाजसेवियों द्वारा दिया गया सहयोग अपने आप में अनुकरणीय है।

तीन जून तक समयबद्धता के साथ पूरा करेंगे अभियान

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने बताया कि जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में शुरू किया गया अभिनव अभियान ‘लाडेसर‘ शहर से लेकर गांव तक संचालित किया जाएगा। यह अभियान समयबद्धता के साथ तीन जून तक पूरा किया जाना है। अभियान के तहत निर्धारित अवधि में जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर चिन्हित किए गए पचास हजार से अधिक कुपोषित बच्चों को लाडेसर कुपोषण किट तथा रक्तअल्पता वाली करीब एक हजार किशोरी बालिकाओं को मेडिसिन किट वितरित किए जाने हैं। ग्रामीण क्षेत्र में जिले की 500 ग्राम पंचायतों के 1691 गांवों में यह अभियान महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के समन्वय से संचालित किया जाएगा।
इस अभियान के तहत 06 माह से 5 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र के माध्यम से ‘लाडेसर पोषक किट‘ तथा 06 से लेकर 15 तक की किशोरी बालिकाओं, जिनमें रक्तअल्पता यानी एनीमिका के लक्षण पाए जाते हैं, उन्हें आयरन फोलिक एसिड व विटामिन सी की गोली का एक माह का मेडिसिन किट वितरित किया जाएगा। अभियान में नगर निकाय व ग्राम पंचायत क्षेत्रों में जो भी भामाशाह, समाजसेवी व जनप्रतिनिधि सहयोग के लिए आगे आए, जिला प्रशासन उनका साधुवाद के साथ स्वागत करता है।

गंभीर स्थिति वाले कुपोषित बच्चे एमटीसी केन्द्र पर होंगे रैफर

महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक सिकमाराम चैधरी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में यह अभियान ‘लाडेसर‘ पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के मार्गदर्शन में संचालित किया जाएगा। आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यकर्ता द्वारा ऐसे बच्चे जो कुपोषित होने के साथ-साथ अत्यधिक कमजोर है तो उन्हें एएनएम के सहयोग से निकटवर्ती सरकारी चिकित्सा संस्थान, जहां एमसीटी सेंटर यानी कुपोषण उपचार केन्द्र संचालित है, वहां रैफर किया जाएगा। कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा के माध्यम से इस टेप द्वारा बालकों की भुजा नाप कर कुपोषण लक्षण की जानकारी सभी के सामने प्रस्तुत की गई ।

‘लाडेसर‘ के लिए पोषक किट में क्या-क्या

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के अभिनव अभियान ‘लाडेसर‘ में कुपोषित बच्चों को दिए गए लाडेसर पोषक किट को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्शन में बनाया गया है। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुश्ताक अहमद ने बताया कि कुपोषित बच्चों के लिए तैयार किए गए लोडेसर पोषक किट में चावल, सोयाबीन तेल, मूंगफली दान, भुने हुए चनों व गुड के अलावा चार तरह की मिश्रित दालों का एक पैकेट शामिल किया गया है। इस किट के साथ नाश्ता, दोपहर का भोजन व रात्रि का भोजन के समय क्या-क्या सामग्री दी जानी है, इसके बारे में भी बताया गया है।

उप स्वास्थ्य केन्द्र तक निर्देश, अभियान को सफल बनाएंगे

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया ने बताया कि अभियान ‘लाडेसर‘ को सफल बनाने के लिए राजकीय उप स्वास्थ्य केन्द्र पर एएनएम से लेकर पीएचसी, सीएचसी तथा सरकारी अस्पताल तक के चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। एएनएम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की अभियान में कुपोषित बच्चों व एनीमिक बालिकाओं की जांच के साथ-साथ गंभीर कुपोषित बच्चों को निकटवर्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व राजकीय अस्पताल के एमटीसी वार्ड में भर्ती करवाने में सहयोग करेगी। वहीं एमटीसी वार्ड के प्रभारी चिकित्सक वहां भर्ती होने वाले कुपोषित बच्चों के उपचार में पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे। इसके लिए खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी अभियान की माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।