राजीव गांधी जल संचय योजना के क्रियान्वयन को लेकर की समीक्षा

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विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राजीव गांधी जल संचय योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु गुरुवार को जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। कलक्ट्रेट परिसर में आयोजित इस सभा की अध्यक्षता जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी द्वारा की गई। जिला कलक्टर ने बैठक में जिला परिषद, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग व वन विभाग आदि द्वारा इस योजना के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से इन कार्यों को स्वीकृति देने, कार्य प्रारंभ करवाने व कार्य को पूर्ण करने के संबंध में क्रमबद्धता अनुसार कार्य योजना बनाने तथा उसके अनुसार सघन पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया। जिला कलक्टर ने उद्यानिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए जल संचय से संबंधित सभी कार्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार करने, कृषकों को जानकारी देने तथा उन्हें इस योजना के लाभ समझाने के संबंध में भी पूर्ण मनोयोग से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी जल संचय से संबंधित कार्य को स्वीकृत करने के संबंध में लक्ष्य निर्धारित करें तथा कार्य अनावश्यक रूप से तथा गंभीर वजह के अभाव में निरस्त न करें। यदि निरस्त किया गया तो उसकी युक्ति संगत वजह या कारण हो। उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से ऐसे निरस्त कार्यों का री-वेरिफिकेशन करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को वास्तविक स्थल पर जाकर संबंधित किसान से व्यक्तिगत बातचीत करके उनकी पूर्ण संतुष्टि का प्रयास करने का पर भी बल दिया तथा निरस्त कार्यों की समग्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया तथा सभी विभागों को प्रक्रिया बेस रूप से कार्य करने तथा चरणबद्ध रूप से निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट अतिशीघ्र भेजने का भी निर्देश दिया। उन्होंने इस जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में लंबित प्रकरणों की पूर्ति अतिशीघ्र करने का भी निर्देश दिया। जिला कलक्टर ने कहा कि मनरेगा कार्य को विभागीय निर्देशानुसार लगातार जारी रखें। इसमें किसी भी प्रकार का ब्रेक या अवरोध न आएं। मनरेगा के अवकाश दिवस गुरुवार को रोजगार सृजन दिवस के अभियान के रूप में चलाएं तथा इस संबंध में वार्ता बनाएं, जिससे नागौर जिले में मनरेगा मजदूर दिवस नियोजन कम न हो।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा, जिला वन संरक्षक ज्ञानचंद मकवाना, कृषि विभाग के डॉ. शंकरराम बेड़ा, अधिशाषी अभियंता रामरतन, अधिशाषी अभियंता (मनरेगा ) रमजान, सहायक अभियंता मोनू कंवर आदि मौजूद रहे।