मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर, इनका संरक्षण और संवर्द्धन जरूरीः डाॅ. सोनी

जिला कलक्टर ने किया श्रीरामदेव पशु मेले का झंडारोहण

पहली बार होगी बेस्ट फोटोग्राफी प्रतियोगिता

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। श्री रामदेव पशु का विधिवत शुभारंभ, शनिवार को झंडारोहण के साथ हुआ। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शुक्रवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे विधिवत पूजा अर्चना के बाद ध्वजारोहण किया और राष्ट्रगान के बाद मेले की विधिवत शुरूआत की गई।

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कार्यक्रम में मौजूद पशुपालकों को संबोधित करते हुए कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, इनका संरक्षण और संवर्द्धन जरूरी है। श्री रामदेव पशु मेला नागौर को न केवल राजस्थान बल्कि समूचे देश में एक अलग पहचान दिलाता है, इसका और अधिक बेहत्तर तरीके से आयोजन हो, यही इसकी सार्थकता को दर्शाएगा। डाॅ. सोनी ने कहा कि श्री रामदेव पशु मेला अपने गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए हैं, इसकी महिमा और गरीमा व सांस्कृतिक वैभव तीनों बरकरार रहे, हम सब को मिलकर यही प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि मेले में पशुपालक राज्य के दूसरे जिलों सहित उत्तरप्रदेश सहित दूसरे राज्यों से भी आए हैं, उन्हें सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाई जाए। रवन्ना की प्रक्रिया को सहज किया जाए और बाहर से आए पशुपालकों का पूरा सहयोग किया जाए ताकि वे अपने घर श्रीरामदेव पशु मेले की सुखद स्मृतियां लेकर जाएं।

जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना की नई गाइडलाइन के बाद नागौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में पशुपालकों के लिए यह पहला कार्यक्रम हैं, इसके शुभारंभ को लेकर पशुपालन विभाग, नगर परिषद व अन्य सहयोगी विभागों ने कम समय में भी पूरी तैयारी कर ली। पुलिस के माध्यम से सुरक्षा संबंधी इंतजाम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा आयुर्वेद विभाग की ओर से दो अलग-अलग मेडिकल डिस्पेंसरी लगाई गई हैं, इसके अतिरिक्त पेयजल, विद्युत, स्वच्छता, खाद्यान्न व शौचालय इत्यादि सभी प्रकार की आवश्यक इंतजाम मेला स्थान पर कर दिए गए हैं। डाॅ. सोनी ने निर्देश दिए कि श्री रामदेव पशु मेले में बेस्ट फोटोग्राफी प्रतियोगिता आयोजित की जाए। श्रेष्ठ तीन फोटो चयन के बाद इसके छायाकारों को मेले के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित भी किया जाएगा।

मेला मैदान की भूमि संरक्षित रहे, इसके लिए ठोस कार्य करवाएंगे

जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने श्रीरामदेव पशु मेला के उद्घाटन अवसर पर मेला मैदान की भूमि सुरक्षित रहे, इसके लिए चारदिवारी करवाने जैसे ठोस काम करवाने की कार्ययोजना बनाई जाएगी। इसे लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग से तकमीना बनवाया जाकर राज्य सरकार से मंजूरी ली जाएगी। जिला कलक्टर ने कहा कि नागौर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक वैभव को संजोए रखने वाले श्री रामदेव पशु मेला के मुख्य स्थल की भूमि की सुरक्षा और इसके विकास को लेकर जिले के जो भी दानदाता अथवा भामाशाह आगे आकर सहयोग देना चाहें तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि मेला मैदान की भूमि अनमोल है, राज्य सरकार की अनुमति के बाद इसकी दीवार बनवाएंगे। श्री रामदेव पशु मेले के उद्घाटन अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जवाहर चौधरी, नगर परिषद की सभापति मीतू बोथरा ने भी विचार व्यक्त किए।

पशु मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मेहराम महिया, उप वन संरक्षक ज्ञानचंद, एवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता आर.बी.सिंह, नगर परिषद आयुक्त मनीषा चौधरी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सी.आर. मेहरड़ा, तहसीलदार सुभाषचंद्र व बीसीएमओ डाॅ. महेन्द्रसिंह मीणा, डाॅ. गुलजार व डाॅ. सुरेन्द्र चौधरी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। स्वागत भाषण पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. जगदीश प्रसाद बरवड़ ने दिया व संयोजन मो. शरीफ छींपा ने किया।

मेला मैदान कैम्पस में बने भवनों का सुधरेगा स्वरूप

श्री रामदेव पशु मेला मैदान परिसर में बने भवनों का स्वरूप सुधारा जाएगा। जिला कलक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार ने मेले का उद्घाटन करने के बाद उक्त भवनों का मौका निरीक्षण किया और यहां मरम्मत, साफ-सफाई व रंग-रोगन संबंधी कार्य जल्द से जल्द करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने पशुपालन विभाग व नगर परिषद, दोनों के अधिकारियों को संयुक्त रूप से काम करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मेला मैदान परिसर में बने एक भवन, जहां पूर्व में पुलिस चैकी थी, उसे भी अब पशुपालन विभाग के उपयोगार्थ प्राप्त के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को दिए।