विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र नागौर (महिला पुलिस थाना नागौर ) में मुकदमेंबाजी से पूर्व ही पक्षकारों के मध्य समझाईष कर परिवारों को टुटने से बचाया जा रहा है। स्थानीय के माध्यम से महिला पुलिस थाना नागौर में महिला अधिकारिता विभाग द्वारा एनजीओ के माध्यम से महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र का संचालन किया जा रहा है, जिसमें अनुभवी महिला सुरक्षा सलाहकार की नियुक्ति की गयी है, जिसके द्वारा दहेज, मारपीट व पारिवारिक शिकायते आने पर पीड़ित महिला का पक्ष समझते हुए ससुराल पक्ष को बुलाकर मुकदमों के दुष्परिणाम व पारिवारिक सामाजिक क्षति के बारे में समझाया जाता है तथा समझाईष के माध्यम से मुकदमेंबाजी से पहले ही प्रकरण का जरिये समझाईष निस्तारण कर दिया जाता है। जिनसे एक दो माह पश्चात तक राजीनामा की पुष्टि भी की जाती है। परामर्षदाता सपना टाक व सिद्धेष्वरी व्यास ने बताया कि सामाजिक ढांचा बना रहे व अनावश्क मुकदमेंबाजी भी नही बढ़े, इसके लिए महिला थाना में परिवाद पेश होने पर थाना प्रभारी द्वारा समझाईष हेतु प्रकरण महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र को भेजा जाता है, जहां दोनों पक्षों के मध्य सदभाविक समझाईष व सुलह से प्रकरण का निस्तारण करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने बताया कि उदाहरण के तौर पर 5 फरवरी 2021 को एक परिवाद में चन्दलोई तहसील सोजत जिला पाली हाल निवासी हरिजन बस्ती नागौर की परिवादीयां अपने पति से नशे के कारण बहुत परेशान थी। इसे लेकर उन्होंने महिला थाने आकर ससुराल वालो पर गाली-गलोच, मारपीट व तंग परेशान करने का आरोप लगाया, जिसके बाद दोनो पक्षों से राजी खुशी एक साथ समझाईश की। इसके परिणामस्वरूप दोनो पक्ष राजी खुशी एक साथ रहने के लिये सहमत हुए। इसके 10 दिन पश्चात महिला से दूरभाष पर सम्पर्क किया गया। इस दौरान महिला ने बताया कि वह अब समझाईष के बाद राजी खुशी रहने लगे है। इस प्रकार महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र की परामर्श के बाद महिला अपने घर राजी खुशी रहने लगी, जिससे उसको अनावष्यक मुकदमेंबाजी से निजात मिली।