दीपदान, आध्यात्मिक पदयात्रा और नृत्य नाटिका से निखरेगा मीरा महोत्सव : सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण होगा

File Photo : Dr. Jitendra Kumar Soni (D.M. Nagaur)

शास्त्रीय संगीत और अंतरराष्ट्रीय चिंतकों की होगी वेबिनार, मीरा बाई के भक्तिकाव्य पर होगा वर्चुअली संवाद

मेड़ता में मीरा महोत्सव 18 व 19 को, चलेगी कृष्ण भक्ति की बयार

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर।  कुंडल तालाब में दीपदान, महाआरती और मीरा स्मारक में भक्ति संध्या तथा अगले दिन की भोर में निकाली जाएगी आध्यात्मिक पदयात्रा। पदयात्रा के बाद दिन में देश-विदेश में बैठे ऐसे विद्धतजन जिन्होंने मीरा बाई के भक्तिकाव्य पर शोध किया, उनके कृष्ण भक्ति के भजनों तथा दर्शन पर ऑनलाइन वेबिनार के जरिए विचार-मंथन करेंगे। दिन भर मीरा की भक्ति और ज्ञानवैभव पर ऑनलाइन परिचर्चा के बाद शाम को रंगमंच के ख्यातनाम कलाकार कुंडल तालाब पर ही नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगे।
मीरा नगरी मेड़ता में 18 व 19 अक्टूबर को दो दिन भक्ति की रसधारा बहेगी, कुंडल तालाब से मीरा मंदिर व मीरा स्मारक तक विभिन्न तरह के धार्मिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक कार्यक्रम होंगे। जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग तथा मीरा महोत्सव समिति व नगरपालिका मेड़ता के संयुक्त तत्वावधान में शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले इस मीरा महोत्सव की छटा निराली होगी, जिसकी रूपरेखा बनाने के लिए गुरूवार को जिला कलक्टर एवं अध्यक्ष, जिला पर्यटन विकास समिति डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में मैराथन बैठक हुई। जिला कलक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी भारत निर्माण आईटी सेंटर में आयोजित जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में मीरा महोत्सव समिति के पदाधिकारी मेड़ता से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़े।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने मीरा महोत्सव समिति के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए विचार-मंथन के बाद दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा तय की। 18 व 19 अक्टूबर को दो दिवसीय मीरा महोत्सव में कई ऐसे नए आयाम जोड़े गए हैं, जो इसके वैभव को चार-चांद लगाएंगे। मीरा महोत्सव में नगरपालिका मेेड़ता सिटी तथा इंटेक सोसाइटी भी अपना योगदान देगी। जिला कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे 18 व 19 सितम्बर को दो दिन स्कूली छात्राओं को मीरा स्मारक, चतुर्भुज नाथ मंदिर का भ्रमण कराया जाए। मीरा महोत्सव समिति के साथ हुई वर्चुअली बैठक में निर्णय किया गया कि दो दिवसीय मीरा महोत्सव में 18 सितम्बर के आयोजन समिति द्वारा आयोजित किए जाएंगे, जिनमें जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग तथा पुरातत्व विभाग तथा नगरपालिका प्रशासन की पूर्ण भागीदारी रहेगी।
गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक जगदीशनारायण शर्मा व मेड़ता नगर पालिका अध्यक्ष गौतम टाक ने वर्चुअली संवाद करते हुए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी को बताया कि मीरा महोत्सव समिति की ओर से 18 अक्टूबर की शाम को कंुडल तालाब में 5100 दीपकों से दीपदान किया जाएगा और भगवान चतुर्भुजनाथ व भक्तिमति मीरा बाई की आरती होगी। शर्मा व टाक सहित मीरा महोत्सव समिति के सदस्यों ने एक स्वर में वर्चुअली संवाद के दौरान मीरा महोत्सव का नवाचार के साथ आयोजन करते हुए पूरे देश में उदाहरण प्रस्तुत करने का संकल्प लिया।
बैठक में जिला स्तर से पर्यटन विभाग के उप निदेशक अजय शर्मा, उपखण्ड अधिकारी नागौर सुनील पंवार, जिला वन अधिकारी ज्ञानचंद, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र शर्मा, सानिवि क अधीक्षण अभियंता प्रहलादराम खुड़ीवाल, पुरातत्व विभाग के नीरज त्रिपाठी, इंटेक सोसाइटी के सह संयोजक हिम्मतसिंह राठौड़, समिति सदस्य रोहित बोहरा ने भाग लिया। वहीं मेड़ता सिटी से इस बैठक में वर्चुअली उपखण्ड अधिकारी शैतानसिंह राजपुरोहित, गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक जगदीशनारायण शर्मा, मेड़ता नगरपालिका अध्यक्ष गौतम टाक, उपाध्यक्ष सलीम मोयल, चारभुजा मंदिर ट्रस्ट के सचिव सत्यदेव सांदू, मीरा महिला मंडल अध्यक्ष उमा रजत शर्मा, मीरा महोत्सव समिति के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार अग्रवाल, गोरधन माली, नवरतन गांधी, चारभुजा जागरण मंडल सदस्य गोपाल हटीला, पूर्व नगर पालिका उपाध्यक्ष रामसुख मंशी, मीरा स्मारक के नरेन्द्रसिंह पार्षद दशरथ सारस्वत, जुबेर उस्मानी, लालाराम नायक आदि शामिल हुए।

मीरा महोत्सव में ये कार्यक्रम होंगे आकर्षण का केन्द्र

– स्कूली छात्राओं को कुडकी गांव, चतुर्भुजनाथ मंदिर, भंवाल माता व मालकोट दुर्ग का भ्रमण
– मेड़ता के कुंडल तालाब पर दीपदान व महाआरती
– मीरा स्मारक परिसर में भजन संध्या
– मीरा बाई पर आधारिक डाक टिकटों, आवरण, मुद्रित सामग्री तथा फोटो आदि की मीरा स्मारक में प्रदर्शनी
– कुंडल तालाब से मीरा स्मारक व चतुर्भुज नाथ मंदिर तक आध्यात्मिक यात्रा व सजीव झांकी
– चतुर्भुजनाथ मंदिर में भजन एवं शास्त्रीय संगीत
– चतुर्भजनाथ मंदिर में महाआरती
– मीरा बाई के भक्ति दर्शन पर देश-विदेश के विद्धतजनों की बेबिनार
– श्रीराम कला भारतीय कला केन्द्र के कलाकारों द्वारा कुंडल तालाब पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति