शहीद स्मारक पर मनाया विजय स्वर्णिम दिवस

भारत- पाक युद्ध 1971 के शूरवीरों व शहीद वीरागंनाओं का सम्मान

सूबेदार मेजर हरिसिंह ने सुनाए युद्ध के संस्करण, जोश से लबरेज हुए श्रोता जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी व पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने किया कार्यक्रम को संबोधित नागौर जिला प्रशासन के सोशल मीडिया पेज पर बनाएंगे शौर्य कोष, जानेंगे शूरवीर से युद्ध की विजय गाथा

विनय एक्सप्रेस समाचार,नागौर। आंखों में युद्ध की चमक, मूछों में वीरता की दमक, चेहरे पर अपने प्रिय की शहादत का गर्व लिए जनमानस की जुबां पर बस था, केवल भारत मां जयघोष । शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर देश की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले उन वीरों की याद में जिले के आला अधिकारियों से लेकर आमजन तक हर कोई नतमस्तक दिखाई दिया । बात भी हुई तो देश की सीमा पर लड़ने वाले उन वीरों की, जिनमें से कई यहां मौजूद थे तो कई अपने प्रियजन की शहादत की यादों को संजोए इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहा था । देश की खातिर जान लड़ाने वाले इन वीरों को नमन करने, उनकी वीर गाथा का यशगान सुनने और प्रेरणा लेने का यह अवसर गुरूवार, 16 दिसम्बर को जिला मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित भारत-पाक युद्ध 1971 स्वर्णिम विजय दिवस समारोह में मिला।शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करने और शहीदों की शहादत को नमन करने के लिए दो मिनट का मौन रखने के साथ ही विजय स्वर्णिम दिवस समारोह की शुरूआत हुई । जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किए गए इस समारोह में सबसे पहले जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल मुकेश शर्मा ने भारत-पाक युद्ध विजय गाथा का वर्णन किया और महावीर चक्र विजेता नागौर के वीर सपूत शहीद सुगनसिंह द्वारा सीमा दिखाए गए अदम्य साहस का वृतांत भी बताया। इसके बाद भारत-पाक युद्ध 1971 के वीर सेनानी सूबेदार मेजर हरिसिंह ने युद्ध के दौरान कैसे पाक सैन्य टुकड़ी को शिकस्त दी, की विजय गाथा सुना श्रोताओं को रोमांचित कर दिया और शहीद स्मारक सहित आसपास का क्षेत्र भारत माता के जयघोष से गूंज उठा।भारत-पाक युद्ध 1971 स्वर्णिम विजय दिवस समारोह में डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी व पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह ने उन वीर सेनानियों को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया, जिन्होंने भारत विजय और नए देश बांग्लादेश निर्माण में अपनी वीरता और साहस का योगदान दिया। इसके साथ-साथ उन शूरवीरों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने भारत-पाक युद्ध 1971 में देश की रक्षा के खातिर अपने प्राण न्यौछार कर दिए।जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक ने भारत-पाक युद्ध 1971 में भाग लेने वाले सूबेदार मेजर हरिसिंह, ग्रेनेडियर लिखमाराम बिश्नोई, लांस नायक कानाराम, नायब सूबेदार बस्तीराम व यशवंतसिंह को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया। वहीं शहीद सुगनसिंह के पुत्र मांगूसिंह, शहीद महफूल खान के पुत्र कासम खान, शहीद नारायणसिंह की पत्नी भंवर कंवर, शहीद राइफल मैन चोखाराम की पत्नी नानू देवी तथा शहीद जसवंत सिंह की पत्नी किशन कंवर को शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंटकर सम्मानित किया और उनके मंगल स्वास्थ्य की कामना की।
नागौर वीरों की भूमि, शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेंः सोनी
भारत-पाक युद्ध 1971 स्वर्णिम विजय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि नागौर वीरों की भूमि है । हमें शहीदों की शहादत को नमन करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। डॉ. सोनी ने कहा कि भारत-पाक युद्ध 1971 की स्वर्णिम विजय के साक्षी आज हमारे बीच मौजूद है, हमारे लिए गर्व की बात है। नागौर उन वीरों की जमीन भी है, जिन्होंने भारत भूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि शहीदों के सम्मान के लिए नागौर जिला प्रशासन ने हर स्तर पर प्रयास किए है। शहीदों से जुड़े प्रकरणों का निस्तारण करने के काम को हम गंभीरता से ले रहे हैं। शहीदों की स्मृति में सरकारी स्कूलों के नामकरण से जुड़े लंबित प्रकरणों का निस्तारण करवाने में भी नागौर जिला प्रशासन ने प्रयास करते हुए सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि नागौर के उन वीर सैनिकों से उनकी जुबांनी भारत-पाक युद्ध 1971 से जुड़े संस्मरण सोशल मीडिया पर अपलोड किया जाए। नागौर जिला प्रशासन के सोशल मीडिया पेज पर ऐसे वीरों से संस्मरण से जुड़ा शौर्य कोष बनाया जाएगा, जिसके जरिए हमारी युवा पीढ़ी व आमजन उनकी विजय गाथा को देख सकेंगे और सुन सकेंगे। जिला कलक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए शहीद स्मारक का बेहत्तर तरीके से सौन्दर्यकरण करवाया जाए। उन्होंने नगर नरिषद की ओर से नागौर शहर में प्रस्तावित अहिछत्रपुर कॉलोनी में पूर्व सैनिकों के लिए एक अलग ब्लॉक निर्धारित करते हुए उन्हें नियमानुसार भूखण्ड आबंटन करने की योजना बनाने का भी निर्देश दिया ।जिला पुलिस अधीक्षक अभिजीतसिंह ने कहा कि आज गर्व का पल है कि हम भारत-पाक युद्ध 1971 स्वर्णिम विजय दिवस के समारोह में उन वीरों के बीच खड़े हैं, जो उस साहसिक पल के साक्षी हैं । उन्होंने कहा कि नागौर वीरों की भूमि है, उन वीर सपूतों को भी नमन करते हुए हमें गर्व महसूस हो रहा है । हम उन शहीदों के परिजन का सम्मान उनकी मातृभूमि पर कर रहे हैं । समारोह में अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहनलाल खटनावलिया, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हीरालाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, उपखण्ड अधिकारी सुनील पंवार, पुलिस उप अधीक्षक विनोद सीपा, जिला खेल अधिकारी भंवर सियाक, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र शर्मा, नेहरू युवा केन्द्र की जिला अधिकारी सुरमयी शर्मा तथा सीओ गाइड मीनाक्षी भाटी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।