नागौर जिले में तम्बाकू के विरूद्ध एक दिवसीय महाअभियान : जिला मुख्यालय से लेकर गांव-ढाणी तक लोगों से तम्बाकू सेवन नहीं करने की समझाईश

 

’अवैध रूप से तंबाकू बेचने व सेवन करने वालों पर हुई कार्यवाही’, नागौर जिले में एक दिन में काटे गए रिकॉर्ड 91हजार 799 चालान

 

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की निरोगी राजस्थान की संकल्पना के तहत लोगों की जीवनशैली में सुधार करने के लिए प्रेरित कर उन्हें नशे की लत से दूर करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इन्हीं गतिविधियों में मुख्य रूप से आयोजित किया जा रहा है तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान।


इस अभियान के तहत नागौर जिले में 30 अप्रैल को तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर एक दिवसीय महाअभियान संचालित किया गया। जिला कलक्टर पीयूष समारिया के मार्गदर्शन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, स्थानीय निकाय विभाग तथा पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में महाअभियान सफलतापूर्वक संचालित किया गया।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि निरोगी राजस्थान के अंतर्गत चलाये जा रहे तंबाकू राजस्थान अभियान के तहत राज्य स्तरीय निर्देशानुसार शनिवार को तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर शनिवार को नागौर जिले में महा अभियान संचालित कर अवैध रूप से तंबाकू उत्पादों विक्रय व सेंवन करने वालों के खिलाफ कोटपा एक्ट के तहत चालान की कार्यवाही की गई। उन्होंने बताया कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान की 100 दिवसीय कार्ययोजना के अंतर्गत शनिवार को चलाये इस महा अभियान जिसका उद्देश्य है कि तम्बाकू के विरुद्ध के सख्त सन्देश जनता में पहुंचे व विशेषकर युवाओं में नशें की लत को दूर करनें में आमजन अपनी भागीदारी निभायें।


उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (हैल्थ) डॉ. आर.आर. बिड़ियासर ने बताया कि तंबाकू मुक्त राजस्थान अभियान की सौ दिवसीय कार्ययोजना के तहत स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के निर्देशन में पुलिस प्रशासन के साथ अन्य विभागों के संयुक्त तत्वावधान में जिलें भर में एक कार्य योजना बना कर जिला स्तर, खंड स्तर से लेकर पंचायत स्तर पर निरोगी राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे तंबाकू मुक्त राजस्थान बनाने के लिए अवैध रूप से तंबाकू उत्पादों विक्रय व सेंवन करने वालों पर कोटपा एक्ट के तहत चालान की कार्यवाही के साथ ही बड़ी संख्या में लोगो से समझाइश करते हुए तम्बाकू के विक्रय व सेवन नही करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि राज्य मे मैग्नीशियम कार्बाेनेट, निकोटिन, तम्बाकू अथवा मिनरल ऑयल युक्त पान मसाले एवं फ्लेवर्ड सुपारी को प्रतिबंधित किया गया है, इनके भण्डारण करने वालों पर भी नियमानुसार कानूनी कार्यवाही करने का प्रावधान है।


अभियान की जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कर रहे एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान ने बताया कि शनिवार को तम्बाकू निषेध दिवस पर 30 अप्रैल को एक दिवसीय महाअभियान के तहत जिले भर में कोटपा एक्ट के तहत शनिवार को शाम 7 बजे तक कुल 91 हजार 799 लोगों के चालान काटे गए। इनमें से अकेले शिक्षा विभाग की ओर से 55 हजार 364 चालान काटे गए। शिक्षा विभाग की ओर से तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों व बचाव हेतु लोगों को जागरूक करने और कोटपा एक्ट के तहत चालान काटे जाने की कार्रवाई मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र कुमार शर्मा के निर्देशन में की गई। वहीं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित पुलिस तथा स्थानीय निकाय विभाग की ओर से जिले भर में 36हजार 435 चालान काटे गए।


जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल ने बताया कि तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जिला मुख्यालय से लेकर गांव-ढाणी तक घर-घर आमजन को जागरूक किया जा रहा है। इस कार्य में ग्राउंड लेवल पर शिक्षक, एएनएम, आशा सहयोगिनी ने सक्रिय भूमिका निभाई। सार्वजनिक स्थलों, सरकारी भवनों में तम्बाकू से होने वाले नुकसान के बारे में आमजन को बताने के लिए नारा लेखन किया गया। स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरियां निकाली, जिसमें ग्रामीणों का पूरा सहयोग रहा। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायत भवनों, सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों व राजकीय चिकित्सा संस्थानों में भी पोस्टर व बैनर प्रदर्शित कर आईईसी गतिविधियां आयोजित की जा रही है। तम्बाकू मुक्त राजस्थान अभियान के तहत जागरूकता गतिविधियां मई माह में भी जारी रहेंगी। इस जागरूकता अभियान में नेहरू युवा केन्द्र, भारत स्काउट एवं गाइड भी सहयोग कर रहे हैं।