संस्कारयुक्त बालक ही भारत का भविष्य- कालिया ताऊसर मे कब शिविर का हो रहा आयोजन

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। संस्कारयुक्त बालक ही भारत का भविष्य है। इसलिए बालको में संस्कारों की नींव बचपन से रखनी चाहिए। यह बात भीलवाड़ा से आये सहायक लीडर ट्रेनर कब बालू लाल कालिया ने ताऊसर,नागौर मे जिला स्काउट गाइड प्रशिक्षण केन्द्र मे आयोजित जिला स्तरीय कब यूनिट लीडर शिविर में कही।

उन्होंने कहा कि छोटे बच्चो में देखकर सीखने की प्रवर्ति होती है। इसलिए उन्हें प्रत्येक अभ्यास करके सीखना चाहिए। उन्होंने कहा की 6 से 10 वर्ष आयु वर्ग के बच्चे जो की कब कहलाते है उन्हें देश और समाज के एक उपयोगी नागरिक बनाने हेतु प्राथमिक विद्यालयों मे कबिंग की गतिविधि को संचालित करने के लिये विधालय मे कब मास्टर का बेसिक प्रशिक्षित होना आवश्यक होता है इसी उदेश्य को ध्यान मे रखते हुए कब मास्टर बेसिक कोर्स का सात दिवसीय बेसिक कोर्स मे आये अध्यापको को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इस अवसर पर स्काउट के लीडर ट्रेनर शैलेश कुमार पलोड ने जानकारी देते हुए बताया की शिविर में लीडरशिप, उत्तरदायित्व, मोगली की कहानी, नियम, प्रतिज्ञा, प्रार्थना, झंडागीत, पैक मीटिंग जैसे विषयों का प्रशिक्षण जिले के दक्ष प्रशिक्षक रामकुमार स्वामी, राजेश देवड़ा, दिनेश कुमार गौड़, जगदीश दान कविया, भागचंद पारीक प्रशिक्षण दे रहे है।

वही प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित जिला स्तरीय स्काउट यूनिट लीडर प्रशिक्षण शिविर के संचालक शैलेश कुमार पलोड़ के निर्देशन में भंवरलाल शर्मा, भंवरलाल हर्षवाल, सुभाष पारीक, जगदीश लाल गुर्जर, कानाराम पलिया, गजेंद्र गेपाला प्रशिक्षण दे रहे है।