विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। कोरोना महामारी में मील का पत्थर साबित होने वाली घर.घर औषधि योजना को लेकर जिला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। योजना के सफल एवं प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशन में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर कार्य योजना तैयार की गई।
उप वन संरक्षक ज्ञानचन्द ने बताया कि घर.घर औषधि योजना मुख्यमंत्री के बजट भाषण की महत्वपूर्ण योजना है। जिसका मुख्य उद्देश्य शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर शरीर को स्वस्थ एवं निरोग बनाना है। उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति में औषधीय पौधों की काफी महत्वता रही है। योजना के तहत तुलसीए अश्वगंधा, गिलोय तथा कालमेघ के औषधीय पौध तैयार किए जा रहे है। उप वन संरक्षक ने बताया कि जिलेभर में इस योजना के तहत 23ण्05 लाख पौधे तैयार किए जा रहे है तथा 1 अगस्त को जिला स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय वन महोत्सव आयोजित कर घर.घर औषधि पौधों के वितरण का शुभारम्भ करेगें। इसके तहत प्रत्येक परिवार इन औषधीय पौधों को निःशुल्क प्राप्त कर अपने घर, आंगन अथवा गमले में अवश्य लगाकर औषधीय गुणों का लाभ उठावें। उन्होंने बताया कि पौध वितरण में सभी विभागों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी। इस प्रकार जिले के कुल 5 लाख 76 हजार 269 परिवारों ;जनगणना वर्ष 2011 को वर्ष 2021-22 में कार्य योजना अनुसार 50 प्रतिशत 2 लाख 88 हजार 135 परिवारों दो चरणों में, अगस्त व अक्टूबर 8 पौधे प्रत्येक प्रजाति के 2 पौधे दिए जाएंगे।