भगवान महावीर जन्मोत्सव पर तेरापंथ भवन में नवकार मंत्र जाप व सामूहिक एकासना

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विनय एक्सप्रेस समाचार, बीकानेर। अहिंसा परमो धर्म का संदेश देने वाले भगवान महावीर की जयंती पर सोमवार को गंगाशहर के तेरापंथ भवन में जैन यूथ क्लब के तत्वावधान, सकल जैन श्री संघ के सहयोग से नवकार महामंत्र के साथ सोमवार को तेरापंथ भवन में सामूहिक एकासना किया गया । रविवार रात को जैन पब्लिक स्कूल मैदान में प्रेरणादायक नाटक ’’लौट आओ महावीर’’ का मंचन आधुनिक दृश्य व श्रव्य माध्यमों से किया गया। गंगाशहर के तेरापंथ भवन में सात बजे से शाम सात बजे तक नवकार महामंत्र का जाप किया गया।
जैन यूथ क्लब के सचिव विशाल गोलछा ने बताया कि सामूहिक एकासना में बीकानेर, गंगाशहर, भीनासर,, नाल, उदयरामसर, उदासर के करीब 2500 श्रावक-श्राविकाओं ने भागीदारी निभाई।  सामूहिक एकासना, मंत्र जाप तथा महावीर जयंती पर रैली के सफल आयोजन के संबंध में जैन यूथ क्लब के करीब 150 से अधिक कार्यकर्ताओं ने 5 हजार से अधिक घरों में डोर-टू-डोर जाकर जन संपर्क किया था। गोलछा ने बताया कि वर्ष 2015 से भगवान महावीर जयंती पर सामूहिक एकासना परम्परा अब विशाल वट वृक्ष के रूप् में फैल रही है। समग्र जैन समाज के सहयोग से आयोजित नाटक, मंत्र जाप व एकासना में करीब 25 हजार से अधिक लोगों परोक्ष-अपरोक्ष रूप से भागीदारी निभाई।
जैन यूथ क्लब के सदस्य दर्शन सांड, मयंक बांठिया, शांति विजय सिपानी, मनोज खजांची व सुनील भंसाली ने बताया कि नवंकार महामंत्र के जाप के साथ चले सामूहिक एकासना (दिन भर में एक बार भोजन, उबला हुआ सीमित जल ग्रहण करना ) जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ, तपागच्छ, पाश्र्वचन्द्रगच्छ, जैन श्वेताम्बर तेरापंथ, साधुमार्गी जैन संघ, शांतक्रांत संघ व दिगम्बर सहित विभिन्न घटकों से जुड़े श्रावक-श्राविकाओं ने अहम व अहंकार को त्यागकर  एक पंगत में बैठकर एकासना किया। नवंकार महामंत्र की धुन के साथ अन्न से अंतःकरण तक महावीर भगवान के आदर्शों को पहुंचाने का सार्थक पुरुषार्थ किया। जैन यूथ क्लब के साथ उनके सहयोगी करीब 250 लोग मनुहार के साथ श्रावक-श्राविकाओं को जैन धर्म की परम्परा के अनुसार बिठाकर एकासना करवा रहे थे। श्रावक-श्राविकाओं को तेरापंथ तक लाने व छोड़ने के लिए जैन यूथ क्लब की ओर से वाहन व्यवस्था की गई थी।
लौट आओ महावीर- अत्याधुनिक दृृश्य व श्रृृव्य माध्यमों से जैन यूथ क्लब व डाॅ.श्रेयांश जैन के निर्देशन में मंचित दो घंटे के संगीतमय नाटक में बताया गया कि सत्य, अहिंसा, अचौर्य, ब्रह्मचर्य व अपरिग्रह, ’’जीओ-और जीने दो’’ का संदेश देने वाले भगवान महावीर के सिद्धांतों और शाकाहार को अपनाकर विश्व, देश-प्रदेश की अनेक समस्याओं व सामाजिक बुराइयों को समाप्त किया जा सकता है। नाटक को करीब चार हजार से अधिक लोगों ने देखा तथा करतल ध्वनि से सराहा। विभिन्न पात्रों का किरदार 104 जैन समाज के 8 से 60 वर्ष तक के कलाकारों ने बखूबी निभाया।
नवकार महामंत्र जाप-
महावीर जयंती पर रविवार को गंगाशहर के तेरापंथ भवन में महा मंगलकारी नवकार महामंत्र का जाप सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक बारह घंटे निबार्ध चला। इसमें करीब 3500 श्रावक-श्राविकाओं ने हिस्सा लिया।
महावीरजी के मंदिर में पूजा व अंगी
भगवान महावीर जयंती पर सोमवार को रांगड़ी चैक के बोहरों की सेहरी, बैदों के चैक, आसानियों का चैक, दिगम्बर जैन नसियाजी सहित विभिन्न मंदिरों में भक्ति संगीत के साथ पूजा व परमात्मा की प्रतिमा पर विशेष अंगी की गई।