विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के स्वायत शासी संगठन नेहरू युवा केंद्र नागौर द्वारा युवा नेतृत्व व सामुदायिक विकास प्रशिक्षण का शुभारंभ राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड के जिला प्रशिक्षण केंद्र के किया जा रहा है| आज कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की अतिथि तहसीलदार श्रीमती दर्शाना द्वारा किया गया। सर्व प्रथम सरस्वती को मल्यापरण व दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में जिला खेल अधिकारी भंवर लाल जी सियाग, सीओ स्काउट अशफाक जी , उदय भास्कर संपादक श्री प्रमोद आचार्य व आई ई सी कोऑर्डिनेटर हेमंत उज्ज्वल व जिला युवा अधिकारी सुरमयी द्वारा किया गया | जिला युवा अधिकारी सुरमयी द्वारा सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का प्रशिक्षण केंद्र पर स्वागत करते हुए बताया कि नेहरू युवा केंद्र युवाओं को राष्ट्रनिर्माण की गतिविधियों में जोड़ने के लिए निरंतर गतिविधियां आयोजित करवाता है इसी क्रम में यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास में युवाओं की भूमिका , व उनके दायित्व को बढ़ाना है |
जिला खेल अधिकारी श्री भंवर लाल जी सियाग ने बताया कि आवासीय शिविर में जाने से ही घर की और शिविर की भिन्नता पता चलती है घर से निकलेंगे तभी सीखेंगे घर से बाहर आवासीय शिविर से ही विभिन्न परिस्थितियों में रहन-सहन का तरीका सीखते हैं| उन्होंने बताया कि 3 दिन के आवासीय प्रशिक्षण मे लीडरशिप के बारे में पता चलेगा और प्रतिभागियों के व्यक्तित्व में विकास होगा|
सी ओ स्काउट अशफाक पंवार, प्रशिक्षण केंद्र के प्रभारी ने सभी का स्वागत किया एवं बताया कि आवासीय शिविर में ही विभिन्नता में एकता को सार्थक कर सकते हैं । यहां आपको लीडरशिप के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा के लीडर अथवा नेता वो होता है जो सबको साथ लेकर चले उसमें कौशल हो निर्णय लेने की क्षमता हो| लीडरशिप एक ऐसी कला है जो हर किसी में नहीं होती अच्छे लीडर युवाओं से ही निकलते हैं|
इसके पश्चात तहसीलदार श्रीमती अर्चना ने बताया की सफलता प्राप्त करने के लिए पॉजिटिव व्यू रखना पड़ेगा किसी से द्वेष की भावना ना रखकर उसका पॉजिटिव प्वाइंट उठाओ| युवा देश की रीढ़ उन्होंने युवाओ से आशा की है कि 3 दिन के अवश्य प्रशिक्षण में मैं भरपूर फायदा उठाएं|
इसके पश्चात श्री प्रमोद जी, संपादक उदय भास्कर ने बताया कि निष्ठा से ही किसी भी कार्य में सफलता मिलती है भारत में 48% युवा है जिससे हमारा देश युवा देश माना जाता है। युवा लीडरशिप तेजी से बढ़ रही है इसका मुख्य उदाहरण है कॉलेज में भी इलेक्शन इसीलिए करवाते हैं ताकि युवाओं में नेतृत्व की भावना जागे उन्होंने बताया की वर्तमान हम वर्तमान दौर में जी रहे हैं यह हमारी बहुत खुशकिस्मत है हमें तुरंत ही किसी चीज के बारे में नॉलेज मिल जाता है| युवा चाहे तो तो अपनी निष्ठा से देश व दुनिया बदल सकते है।
आज के सत्र में प्रिंसिपल श्री मनीष जी पारिख ने युवाओं को नेतृत्व पर व्याख्यान दिया। मनीष जी ने कहा कि युवाओं को अपने अंदर नेतृत्व का विकास करना चाहिए साथ ही अपनी सभी स्किल्स को निखारने पर काम करना चाहिए जिससे वे हर विकट परिस्थिति में सफल हो सके। उन्होंने बताया कि युवाओं को सोच कर, तोल कर ही कार्य करना चाहिए। उन्होंने महात्मा गांधी के मेरे सत्य के साथ प्रयोग पर भी बताया।इसके बाद अध्यापक राजेश देवरा ने युवाओं को उदाहरण देकर बताया कि लीडर की पहचान उसके व्यवहार, आचरण , क्वालिटीज से होती है। निज पर अनुशासन हो तो ही हम सफल हो पाते हैं अपनी गलतियों को स्वीकार करें और उन गलितियों को ठीक करने के लिए प्रयास करें।