कोविड स्वास्थ्य सहायकों का मानदेय 5 माह से बकाया : जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

विनय एक्सप्रेस समाचार, नागौर। राजस्थान सरकार द्वारा नागौर जिले में बेहतर कोरोना प्रबंधन के लिए करीब 1600 कोविड़ स्वास्थ्य सहायकों की नियुक्ति की गई थी, नागौर जिले के शहरी क्षेत्र में करीब 120 कोविड स्वास्थ्य सहायकों को लगाया गया है, कोविड के पीक पॉइण्ट के दौरान जिला प्रशासन नागौर के उत्कृष्ट प्रयासों के चलते कुशल कोराना प्रबंधन में जिले का नाम भी प्रदेश में अग्रणी जिलों में लिया जाता था, जून माह में सीएचए पद पर नियुक्त करीब 120 कोविड स्वास्थ्य सहायकों को पांच माह बीत जाने के पश्चात आज दिनांक तक एक भी दिन का मानदेय नहीं मिला है।

मानदेय दिलाने की मांग को लेकर सीएचए संगठन जिला शाखा नागौर के जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा के नेतृत्व में सीएचए कार्मिकों ने जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी को चिकित्सा विभाग के सचिव के नाम मानदेय दिलवाने के मुद्दे को लेकर ज्ञापन सौंपा। शर्मा ने बताया कि मध्यमवर्ग से आने वाले सीएचए कार्मिकों को मानदेय नहीं मिल पाने से इस मंहगाई के जमाने में परिवार का पालण पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड रहा है, विड़म्बना यह है मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा मानदेय को लेकर समक्ष स्तर के अधिकारियों को पत्र, स्मरण पत्र प्रेषित करने पर भी इस ओर अधिकारियों का ध्यान केंद्रित नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में नागौर जिल में डेंगू के बढ़ते प्रकोप के दौरान भी सीएचए कार्मिक अपनी पूर्ण ईमानदारी व निष्ठा के साथ अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर रहे है ताकि मरीजों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य लाभ पहूंच सके ऐसी स्थिति मे नागौर जिला परिषद के सक्षम अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को अल्पवेतन भोगी सीएच कार्मिकों का मानदेय शीघ्र जारी करवाना चाहिए ताकि राज्य सरकार की गुड गर्वनेन्स देने वाली छवि पर वितरित असर न पडे़।

ये सीएचए कार्मिक हुए शामिल
पांच माह से बकाया मानदेय प्राप्त करन के लिए नागौर जिला मुख्यालय में जिला कलक्टर को ज्ञापन देने के दौरान कपिल
जितेंद्र, मुकेश गांधी,मुकेश, विनोद चौहान, मुकेश कासनिया सहित अन्य सीएचए कार्मिक प्रतिनिधि मंडल में शामिल हुए।