गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार ने ली कानून व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों की समीक्षा बैठक

विनय एक्सप्रेस समाचार, भरतपुर। गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार ने संभागीय जिलों की कानून व्यवस्था के संबंध में समीक्षा बैठक की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव आनंद कुमार ने भरतपुर जिला अंतराज्यीय सीमा क्षेत्र होने के कारण अपराधों एवं कानून व्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील ज़िला होने के कारण यहाँ आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए क्या अतिरिक्त साधन-संसाधन सरकार उपलब्ध करायें यह जानकारी भी प्रमुख सचिव ने ली । उन्होंने कहा कि विशेष रूप से साइबर क्राइम को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा साइबर थानों की स्थापना की घोषणा की गई है अतः उनकी शीघ्र स्थापना कर प्रभावी नियंत्रण रखने के निर्देश दिए। रेंज आई जी गौरव श्रीवास्तव ने बताया की प्रभावी करवायी के रूप में मोबाइल हैंडसेट एवं दूसरे राज्यों की सिम बैंन करने का एक्शन लिए गये हैं इसके साथ ही उन्हीं साइबर अपराध नियंत्रण पर अपने सुझाव भी प्रमुख सचिव के सम्मुख रखे। जिस पर प्रमुख सचिव महोदय ने विभिन्न विशिष्ट क़ानून जैसे पॉक्सो एक्ट में प्रभावी और कड़ी कार्यवाही हेतू भी निर्देश दिये एवं संतोष ज़ाहिर किया की इस प्रकार के जघन्य अपराधों में संभाग में अधिकतर केस में समय रहते चार्जशीट पेश की जा रही है यह अच्छी स्थिति है। इसके साथ ही उन्होंने अवेध हथियारों एवं विस्फोटकों के ख़िलाफ़ अभियान चलाकर करवायी पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इन धाराओं में दर्ज प्रकरणों की प्रभावी मॉनिटरिंग कर सजा दिलाई जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए । इसपर संभागीय आयुक्त साँवरमल वर्मा ने बताया की ज़िले में प्रशासन व पुलिस के बेहतर तालमेल से सर्वाधिक प्रॉसिक्यूशन सैंक्शन जारी किए जा चुके है जिससे न्यायालयों में लंबित प्रकरणों में भी प्रभावी कार्यवाही हो सकेगी इसके साथ ही उन्होंने करौली के पाँचना बांध एवं डाँग क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया। प्रमुख सचिव ने बताया की अंतर्राज्यीय सीमा मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के लिए वे doit विभाग के साथ फॉलोइंग अप करेंगे ताकि उपरोक्त काम शीघ्र हो , साथ ही उन्होंने थाना स्तर पर सीएलजी की नियमित बैठक आयोजित कर क्षेत्रीय समस्याओं एवं अपराधों की रोकथाम में जनभागीदारी के महत्व को भी बताया साथ ही उन्होंने अधिक केस वाले थानों के विस्तार एवं वहाँ नफरी बढ़ने के सुझावों को भी राज्य सरकार तक पहुँचाने का आश्वासन दिया

बैठक में प्रमुख शाशन सचिव ने क्षेत्रीय ट्रैफिक अधिकारी को सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। इसपर जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने अवगत कराया कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक विस्तार से चर्चा कर विशेष रूप नेशनल हाईवे २१ पर ब्लैक स्पॉट की पहचान कर ज़िला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह के साथ संयुक्त मोका निरीक्षण गया एवं एक विस्तृत कार्यायोजन तैयार कर एनएचआईए को भेजी दी गई है जिसके अनुसार कार्य प्रगति पर है । तुरंत सुधार के रूप में संकेतक एवं रिफ़्लेक्टर लगाने , साथ ही हाईवे में अवेध कट को भी कई जगह बंद किया गया है । इसके साथ ही शहर के व्यस्ततम सारस चौराहे पर ओवर ब्रिज एनएच०00आई से कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक एवं संभागीय आयुक्त ने अन्य संभागीय जिलों की कानून व्यवस्था एवं समस्याओं के बारे में भी जानकारी दी तथा बैठक में दिए गए निर्देशों की अनुपालना का आश्वास दिया।
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गौरव श्रीवास्तव, संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा , ज़िला कलेक्टर आलोक रंजन , पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ,भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी गौरव सालुखे एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सतीश कुमार मौजूद रहे।